लाइव अपडेट
इन राज्यों में चलेंगी धूल भरी हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में धूल भरी हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने के आसार हैं. उत्तर और पूर्वी भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है. आईएमडी के मुताबिक दक्षिण भारत के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य स्तर से कम रहने का अनुमान है.
हिमाचल में 3 अप्रैल तक मौसम साफ रहने का अनुमान
हिमाचल प्रदेश में तीन अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा. चार से सात अप्रैल तक प्रदेश में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं. पांच अप्रैल को मध्य पर्वतीय छह जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी हुआ है.
दिल्ली की हवा में आर्द्रता का स्तर 85 प्रतिशत किया गया दर्ज
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बृहस्पतिवार सुबह मौसम उमस भरा रहने के साथ ही हवा में आर्द्रता का स्तर 85 प्रतिशत दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम वैज्ञानिक ने दिन में आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.
तीन-चार अप्रैल को छाये रह सकते हैं बादल
मौसम केंद्र के अनुसार तीन और चार अप्रैल को झारखंड के कई इलाकों में आकाश में बादल छाये रह सकते हैं. इस दौरान बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव बन रहा है. इसका असर झारखंड के कुछ जिलों में हो सकता है. इस दौरान हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है. विशेष बारिश की उम्मीद नहीं है.
पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार
यह सप्ताह चेन्नई के लिए बहुत गर्म और आर्द्र रहने वाला है और अगले 4-5 दिनों तक पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की संभावना है.
दिल्ली में उमस भरी सुबह
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार सुबह मौसम उमस भरा रहने के साथ ही हवा में आर्द्रता का स्तर 85 प्रतिशत दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम वैज्ञानिक ने दिन में आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है.
धूल भरी हवाएं
मौसम विभाग के अनुसार आज राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल में धूल भरी हवाएं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से) चलने के आसार हैं.
भुवनेश्वर में जबरदस्त गर्मी, पारा 44.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में लोगों को बुधवार को जबरदस्त गर्मी का सामना करना पड़ा क्योंकि यहां का अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लू का प्रकोप जारी है. भुवनेश्वर में गर्मी के कारण सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. मंगलवार से अब तक अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है. भुवनेश्वर प्रदेश में सबसे अधिक गर्म स्थान बन गया है. मौसम केंद्र के अनुसार, 1948 के बाद से भुवनेश्वर में मार्च महीने का यह सर्वाधिक तापमान है. इससे पहले 21 मार्च 2016 को भुवनेश्वर का तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. विभाग के अनुसार प्रदेश के जिन अन्य स्थानों पर 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है उनमें बारीपदा (43.6), बालासोर (43) एवं चांदबाली (42.6) शामिल हैं.
उत्तर भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गर्मियों से संबंधित अपने पूर्वानुमान में कहा है कि उत्तर और पूर्वी भारत में अप्रैल से जून तक दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है. आईएमडी ने कहा कि दक्षिण भारत के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों, पूर्वोत्तर आदि क्षेत्रों में अधिकतम तापमान के सामान्य स्तर से कम रहने का अनुमान है. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि आगामी गर्मियों के मौसम (अप्रैल से जून) में, उत्तर, उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों और पूर्व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने का अनुमान है.
उत्तर प्रदेश का मौसम
उत्तर प्रदेश के कानपुर सहित आसपास के शहरों में धूल भरी आंधी जो मध्य अप्रैल और मई में चलती थी. वह मार्च के आखिरी सप्ताह से चलना शुरू हो चुकी है. इस लिहाज से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. बुधवार को 11.3 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलीं. प्रदेश के आगामी एक सप्ताह का संभावित तापमान की बात करें तो अधिकतम तापमान 40 से लेकर 43 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 21 से लेकर 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
उत्तर बिहार में गर्मी बढ़ने आशंका
बिहार में कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है. उत्तर बिहार में भी गर्मी बढ़ने की आशंका है. इन मौसमी दशाओं के चलते अप्रैल में प्री मॉनसून की परिस्थितियां बनने की संभावना बन गयी है.
झारखंड में मौसम शुष्क रहेगा
झारखंड में अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा. अधिकतम तापमान गिर सकता है. इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किमी रह सकती है. तीन और चार अप्रैल को आसमान में बादल रह सकते हैं. अभिषेक आनंद (वरीय वैज्ञानिक, मौसम केंद्र रांची ) ने यह जानकारी दी है.
दिल्ली का मौसम
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार सुबह मौसम साफ नजर आ रहा है. इससे पहले बुधवार को यहां न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 20.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम कार्यालय ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि दिन में दिल्ली का आसमान साफ रहेगा और हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च 1945 को दिल्ली का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री दर्ज किया गया था, जो मार्च महीने का रिकॉर्ड है जबकि 29 मार्च 1973 को दिल्ली का पारा 39.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था.
मार्च महीने में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया
उल्लेखनीय है कि देश के कई हिस्सों में मार्च महीने में ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया. आईएमडी ने यह भी कहा कि अभी भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मध्यम ला नीना की स्थिति है और समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) मध्य और पूर्वी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सामान्य से नीचे है. निकाय ने कहा कि ताजा पूर्वानुमान आने वाले मौसम में एसएसटी बढ़ने का संकेत देते हैं. गर्मियों के संबंध में यह आईएमडी का दूसरा पूर्वानुमान है. इससे पहले उसने इस महीने की शुरुआत में मार्च से मई के लिए पूर्वानुमान जारी किया था.
दिल्ली में 2010 के बाद से मार्च रहा सबसे गर्म महीना
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में मार्च में इस महीने अधिकतम औसत तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा जिससे यह पिछले 11 साल का ‘‘सबसे गर्म'' महीना बन गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में मार्च के महीने में आम तौर पर औसत अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहता है. इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि 2010 के बाद से इस साल मार्च में सर्वाधिक औसत अधिकतम तापमान रहा. उन्होंने कहा कि 2010 में मार्च के महीने में अधिकतम औसत तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस था. अधिकारी ने कहा कि इस साल मार्च में अधिक तापमान की वजह मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति हो सकती है.
अंडमान निकोबार में 31 मार्च से दो अप्रैल तक बारिश होने की संभावना
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के कारण अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में 31 मार्च से दो अप्रैल तक बारिश होने की संभावना है. इसने कहा कि एक चक्रवाती प्रवाह के चलते दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पास के दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. मानसून से पहले के दिनों में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के ऊपर चक्रवाती प्रवाह का बनना एक सामान्य घटनाक्रम है. मौसम विभाग ने कहा है कि इसके प्रभाव के चलते अंडमान निकाबोर द्वीपसमूह में दो अप्रैल तक गरज के साथ व्यापक बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. विभाग ने मछुआरों से कहा है कि वे इस दौरान संबंधित सागर क्षेत्रों में जाने से बचें.
भारी बारिश का अनुमान
असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है तथा अरुणाचल प्रदेश में एक अप्रैल को कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा है कि इसकी वजह से दक्षिणी असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में भूस्खलन और निचले इलाकों के जलमग्न होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं.
Posted By : Amitabh Kumar