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Weather Forecast LIVE: ओडिशा में भीषण गर्मी, स्कूलों की छुट्टी बढ़ी, जानें आज कहां होगी बारिश

Weather Forecast LIVE Updates Today 17 June 2023 : चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के कारण गुजरात में भयंकर तबाही का मंजर दिख रहा है. तूफान से बिजली के सैंकड़ों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 1000 से अधिक गांवों में अब भी बिजली नहीं है. गुजरता में कहर बरपाने के बाद तूफान का रूख राजस्थान की ओर हो गया है. इधर, बिहार और झारखंड समेत उत्तर भारत के कई राज्य भीषण गर्मी से परेशान हैं. मौसम विभाग का कहना है कि झारखंड में प्री-मानसून एवं मानसून की बारिश 19 जून के बाद हो सकती है. कल यानी शुक्रवार को दिल्ली के कई इलाकों में बारिश होने से मौसम सुहावना हो गयाय जानें आज कैसा रहने वाला है मौसम का हाल...

By Pritish Sahay | June 17, 2023 1:50 PM

मुख्य बातें

Weather Forecast LIVE Updates Today 17 June 2023 : चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के कारण गुजरात में भयंकर तबाही का मंजर दिख रहा है. तूफान से बिजली के सैंकड़ों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 1000 से अधिक गांवों में अब भी बिजली नहीं है. गुजरता में कहर बरपाने के बाद तूफान का रूख राजस्थान की ओर हो गया है. इधर, बिहार और झारखंड समेत उत्तर भारत के कई राज्य भीषण गर्मी से परेशान हैं. मौसम विभाग का कहना है कि झारखंड में प्री-मानसून एवं मानसून की बारिश 19 जून के बाद हो सकती है. कल यानी शुक्रवार को दिल्ली के कई इलाकों में बारिश होने से मौसम सुहावना हो गयाय जानें आज कैसा रहने वाला है मौसम का हाल…

लाइव अपडेट

ओडिशा में भीषण गर्मी, स्कूलों में छुट्टी बढ़ी

ओडिशा सरकार ने राज्य में भीषण गर्मी और उमस भरे मौसम के मद्देनजर स्कूलों की गर्मी छुट्टी दो दिन के लिए बढ़ा दी है. अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के सरकारी और निजी स्कूल अब 19 जून की जगह 21 जून को खुलेंगे.एक आधिकारिक पत्र के मुताबिक, सरकार ने गहन विचार-विमर्श के बाद विद्यालय एवं जन शिक्षा विभाग के तहत आने वाले स्कूलों को 21 जून 2023 से खोलने का फैसला लिया है.

अमित शाह लेंगे नुकसान का जायजा

अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से गुजरात के कच्छ में सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. नुक्सान का जायजा लेने आज गृह मंत्री अमित शाह कच्छ पहुंच रहे हैं. अमित शाह प्रदेश के सीएम के साथ प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे. इस दौरान उम्मीद की जा रही है कि शाह तूफान प्रभावित लोगों से मुलाकात भी कर सकते हैं.

कई इलाकों में भारी बारिश के आसार

स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, गुजरात के कच्छ क्षेत्र और दक्षिण राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है. दक्षिण-पूर्व राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, कोंकण और गोवा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश संभव है.

सरस्वती नदी में बाढ़

गुजरात में आयी विनाशकारी तूफान बिपरजॉय के कारण प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ भीषण बारिश हो रही है. भारी वर्षा के कारण सरस्वती नदी उफान पर है. बनासकांठा में शक्ति पीठ अंबाजी के पास कोटेश्वर महादेव मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है.

दिल्ली में बारिश

चक्रवात बिपारजॉय का असर दिल्ली में भी दिखाई दिया. राष्ट्रीय राजधानी में कई दिनों से भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से राहत मिली. चक्रवात बिपारजॉय के प्रभाव और उत्तर-पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने कारण दिल्ली में एक बार फिर से मानसून पूर्व बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है और यातायात बाधित हो गया.

तूफान का असर

गुजरात के मांडवी में चक्रवात बिपोरजॉय के कारण बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हो गये. तूफान के कारण पेड़ तक उखड़ गए.

दक्षिणी ब्राजील में तूफान से तीन लोगों की मौत

दक्षिणी ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल प्रांत में आए शीतकालीन तूफान के कारण तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लापता हैं. गवर्नर एडुआर्डो लेइट ने कहा कि साओ लियोपोल्डो शहर में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि राज्य के तटीय क्षेत्र माक्विन में एक व्यक्ति की जान जाने की खबर है.

राजस्थान में बिपरजॉय से तबाही

चक्रवात बिपारजॉय का राजस्थान में खासा असर दिख रहा है. प्रदेश के उदयपुर सहित कई इलाकों में चक्रवात के कारण भारी बारिश हो रही है.

चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से भारी तबाही

चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने से गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में भारी तबाही हुई है. तूफान से बिजली के सैंकड़ों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और 1000 से अधिक गांवों में अब भी बिजली नहीं है. तूफान के कारण पूरे कच्छ में भारी बारिश हुई. चक्रवात के कारण 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश से बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ गए और समुद्र का पानी निचले इलाके के गांवों में भर गया.

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