Weather Forecast: अरब सागर में बना चक्रवाती सर्कुलेशन, पश्चिमी विक्षोभ का भी दिखेगा असर, यहां होगी बारिश
दक्षिण-पश्चिम बंगाल में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ भी पूर्व की ओर चला गया है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी मध्य और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर पर बना हुआ है.
दक्षिण-पश्चिम बंगाल में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. वहीं, पश्चिमी विक्षोभ भी पूर्व की ओर चला गया है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी मध्य और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर पर बना हुआ है. साथ ही 15 नवंबर को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है. इस कारण मौसम में बदलाव दिख सकता है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और उत्तरी कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई.
तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई.
तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के मध्य भाग और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई.
जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी देखने को मिली है. साथ ही उत्तराखंड में हल्की बारिश हुई है.
वहीं, स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
तमिलनाडु और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. तटीय कर्नाटक में हल्की बारिश संभव है.
यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार सुबह मौसम में बदलाव देखने को मिला. धुंध के बीच अचानक कई जगह हल्की बारिश देखने को मिली. प्रदेश में शुक्रवार को मौसम में बदलाव के बाद अब एक बार बार फिर तापमान शुष्क रहेगा.
बिहार में दिवाली पर मौसम सामान्य रहने की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है. बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. जहां सुबह के समय कोहरे में बढ़ोतरी की संभावना है.
झारखंड के मौसम की बात करें तो यहां अभी मौसम का मिजाज शुष्क है और आने वाले पांच से सात दिनों तक इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है.