पूरे देश में दिवाली की धूम दिखाई देने लगी है. रोशनी के त्योहार की हर ओर तैयारी हो रही है. लेकिन जोश और उल्लास के त्योहार में मौसम एक बार फिर खलल डाल सकता है. कई राज्यों में आने वाले दिनों में बारिश की संभावना बन रही है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक चक्रवाती परिसंचरण के पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है और पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर 8 नवंबर तक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है.
वहीं एक ट्रफ रेखा दक्षिण पूर्व अरब सागर से लेकर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश तट केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश से होकर गुजर रही है.इस कारण कई राज्यों में मौसमी हलचल बढ़ सकती है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक बीते 24 घंटों में दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश हुई. केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई.
वहीं, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई. दिल्ली और एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर से खतरनाक श्रेणी में बना हुआ है. इसके अलावा मुंबई, अहमदाबाद और पुणे का वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम श्रेणी में रहा.
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश संभव है. लक्षद्वीप और आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, गोवा, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
इधर, दिल्ली का मौसम भी आने वाले दो तीन दिनों में करवट ले सकता है. मौसम विभाग का अनुमान है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते अगले कुछ दिनों में उत्तर भारत में हवाएं चल सकती हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक हवा की गति में इजाफा होने से दिल्ली में प्रदूषण में भी कमी आएगी. मौसम विभाग ने कहा कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में 10 नवंबर तक और आसपास के मैदानी इलाकों में 9 नवंबर को हल्की व मध्यम बारिश हो सकती है.