Loading election data...

Weather Forecast: दिवाली तक सताएगी कड़ाके की ठंड, यहां बारिश का अलर्ट, जानें अपने राज्य के मौसम का हाल

Weather Forecast: पूरे उत्‍तर प्रदेश,झारखंड, बिहार, जम्‍मू-कश्‍मीर, मध्‍य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल और उत्तराखंड में लोगों को ठंड कंपकपा भी रहा है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2021 9:06 AM

Weather Forecast : मानसून (Monsoon) की वापसी का असर अब पहाड़ों (Mountains) पर नजर आ रहा है. झारखंड और बिहार में गुनगुनी ठंड लगने लगी है. मानसून की वापसी की वजह से पहाड़ों पर बर्फबारी (Snowfall) शुरू हो चुकी है. उत्तर भारत की बात करें तो यहां हवा का रुख बदलने लगा है. उत्‍तर-पश्चिमी हवाओं की वजह से दिल्‍ली में आने वाले सप्‍ताह तक तापमान 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है. यानी दिवाली तक ठंड आपको सताने लगेगी.

मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे और भी ज्‍यादा ठंड लोगों को परेशान करने लगेगी. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो ‘ला नीना’ के चलते ही देश में अभी से कड़ाके की ठंड लगने लगी है. इस साल पिछले सालों की तुलना में काफी ज्‍यादा ठंड पड़ने के आसार हैं.

बताया जा रहा है कि भारत में जनवरी और फरवरी में देश के कुछ उत्तरी इलाकों में तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे दर्ज किया जा सकता है. प्रशांत क्षेत्र में ला नीना उभर रहा है जिसका सीधा असर तापमान पर पड़ेगा और जनजीवन प्रभावित होगा. मौसम विभाग ने पहले ही इस साल कड़ाके की ठंड की चेतावनी जारी करने का काम किया है. इधर उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में कई जगह बर्फबारी का दौर जारी है जिसकी वजह से सर्दी बढ़ती जा रही है.

इन राज्‍यों में पड़ने लगी ठंड

देश की राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम में तेजी से बदलाव नजर आने लगा है. पूरे उत्‍तर प्रदेश,झारखंड, बिहार, जम्‍मू-कश्‍मीर, मध्‍य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल और उत्तराखंड में लोगों को ठंड कंपकपा भी रहा है. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है.

Also Read: Kerala Rain News: केरल में फिर मूसलाधार बारिश का अलर्ट, NDRF की 12 टीमें तैनात
चार प्रमुख नदियों ने अपना रास्ता बदला

इधर पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश के बाद उत्तराखंड की चार प्रमुख नदियों ने अपना रास्ता बदल लिया है और कुछ क्षेत्रों में यह आबादी वाले इलाकों में प्रवाहित होने लगी हैं. इतना ही नहीं, कई इलाकों में नदियों के बदलते स्वरूप ने खनन और वन विभाग के कार्यों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है. उत्तराखंड वन विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी. विभाग ने बताया कि पिछले 17 अक्तूबर से हुई भारी बारिश के बाद हमने पाया कि उफनती नदियों कोसी, गौला, नंधौर और डबका ने अपना रास्ता बदल लिया है. पश्चिमी सर्किल (उत्तराखंड) के मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि नदियों के प्रवाह में बदलाव हमारे लिए चिंता का विषय है. हमने आइआइटी रुड़की से उचित तकनीक का इस्तेमाल कर परिवर्तनों का बारीकी से अध्ययन करने के लिए कहा है.

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने कहा है कि केरल के अलावा महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के साथ-साथ तटीय आंध्रप्रदेश में 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक आंधी-तूफान और वज्रपात हो सकते हैं. रायलसीमा क्षेत्र में 29 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच ऐसे ही मौसम का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया है.

Posted By : Amitabh Kumar

Next Article

Exit mobile version