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सामान्य तिथि के 13 दिन बाद वापस गया
दक्षिण-पश्चिम मानसून आखिरकार बुधवार को देश से विदा हो गया. यह अपनी सामान्य तिथि के 13 दिन बाद वापस गया. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही उत्तर-पूर्वी मानसून की शुरुआत हो गई है जिसके चलते तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश के हिस्सों, कर्नाटक और केरल में अक्टूबर से दिसंबर के दौरान बारिश होती है.
मौसम सर्द
चंडीगढ़ में सुबह से धूप निकली हुई है. बावजूद इसके शहर का मौसम सर्द बना हुआ है.
मध्य प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी
मध्य प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी है. वहीं मौसम है कि अभी भी अपने रंग बदल रहा है.
मौसमी हलचल की उम्मीद कम
पूर्वी भारत में अधिकांश राज्यों बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी मौसमी हलचल की उम्मीद कम है.
दिल्ली-एनसीआर का AQI 348 ऊपर चढ़ता गया
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर अक्टूबर के पहले सप्ताह मध्यम श्रेणी में चल रहा था और अधिक चिंता का विषय नहीं था. लेकिन उसके बाद से हवा में लगातार जहर घुलता गया और दिल्ली-एनसीआर का AQI 348 ऊपर चढ़ता गया.
स्काईमेट वेदर के अनुसार
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्वी मॉनसून कल तक तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में दस्तक दे सकता है.
गुरुवार को प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है
सफर ने कहा कि बुधवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में थोड़ा सुधार होने का अनुमान है, लेकिन गुरुवार को प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है.
अगले 5 दिनों तक मौसम शुष्क
रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 5 दिनों का मौसम का पूर्वानुमान बताते हुए कहा कि झारखंड से मानसून लौट चुका है और अगले 5 दिनों तक मौसम शुष्क रहते हुए आसमान बिल्कुल साफ रहेगा.
दिल्ली में चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 312, सोमवार को 353, रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था. उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की रफ्तार बढ़ने से बुधवार को प्रदूषण के स्तर की कमी आई लेकिन यह स्थिति कम समय के लिए ही बरकरार रह सकती है. पूर्वाह्न दस बजे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 281 रहा जो “खराब श्रेणी” में आता है। इससे पहले लगातार पांच दिन तक एक्यूआई “बेहद खराब” श्रेणी में था.
हल्की बारिश के आसार
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में एयर प्रेशर का एरिया विकसित होने के कारण से पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मध्य प्रदेश समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं.
ठंड भी धीरे धीरे आना शुरू
झारखंड में मानसून अब सभी जिलों से पूरी तरह वापस लौट चुका है, जिसके बाद मौसम शुष्क हो रहा है और ठंड भी धीरे धीरे आना शुरू हो गया है.
उत्तर प्रदेश के लोगों को तेज ठंडी हवाओं के कारण सर्दी का अहसास
आने वाले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के लोगों को तेज ठंडी हवाओं के कारण सर्दी का अहसास होने वाला है. आस-पास के क्षेत्रों में पिछले 4 दिन में पारा नीचे आ चुका है. मौसम विभाग की मानें तो एयर प्रेशर के कमजोर पड़ने से शाम के समय तापमान में लगातार गिरावट आएगी.
मिनिमम टेंपरेचर में काफी गिरावट
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदलता नजर आ रहा है. कुछ दिनों से मिनिमम टेंपरेचर में काफी गिरावट देखने को मिल रही है.
IMD के अनुसार
भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार आज तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और केरल के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना है.
यहां हो सकती है बारिश
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार उत्तर-पूर्वी मानसून के कारण 28 अक्टूबर के आसपास तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और कर्नाटक व केरल के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है.
स्कायमेट वेदर के अनुमान के अनुसार
स्कायमेट वेदर के अनुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में देश का मुख्य मानसून सभी क्षेत्रों को अलविदा कह जाएगा और इसी दौरान उत्तर-पूर्वी मानसून यानी मिनी मॉनसून के आगमन के लिए वातावरण बन जाएगा.
बंगाल की खाड़ी में मौसमी सिस्टम
अब बंगाल की खाड़ी में जो मौसमी सिस्टम विकसित हो रहे हैं उनका रुख मध्य भारत की बजाए पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत की तरफ होने की संभावना है.
बर्फबारी से ठंड में इजाफा
हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों पर बर्फबारी से ठंड में इजाफा हो गया है जिससे मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है.
केदारनाथ और यमुनोत्री की पहाड़ियों पर बर्फबारी
केदारनाथ और यमुनोत्री की पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है, जिससे निचले इलाकों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में भी ठंड बढ़ गई है.
हवा की गति बढ़ने से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में हल्के सुधार की संभावना
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह प्रदूषण का स्तर थोड़ा कम हो गया लेकिन हवा की गुणवत्ता अभी भी "बहुत खराब" श्रेणी में बनी हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हवा की गति बढ़ने से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार होने की संभावना है. हवा की गति कम होने और तापमान कम होने से प्रदूषक पदार्थ सतह के करीब हवा में जम जाते हैं, जबकि हवा की गति तेज होने से प्रदूषकों के बिखराव में मदद मिलती है.
0 और 50 के बीच एक्यूआई 'अच्छा'
दिल्ली में मंगलवार सुबह 10 बजे एक्यूआई 335 दर्ज किया गया. 24 घंटे का औसत एक्यूआई सोमवार को 353 था. यह रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था. उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच ‘खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
‘सफर' के अनुसार
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर' के अनुसार, हवा की दिशा और गति पंजाब तथा हरियाणा के पड़ोसी क्षेत्रों में पराली जलाए जाने से निकले प्रदूषकों के यहां तक पहुंचने के लिए अनुकूल है. हालांकि, उसने कहा कि स्थानीय हवा की गति में सुधार होने से इसका प्रभाव कम होगा. पराली जलने से होने वाले प्रदूषण का दिल्ली की पीएम2.5 सघनता में हिस्सा सोमवार को 16 प्रतिशत था. यह रविवार को 19 प्रतिशत और शनिवार को 9 प्रतिशत था.
नासा के कृत्रिम उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीर
नासा के कृत्रिम उपग्रह द्वारा ली गई तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा और आस-पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पराली जलती हुई दिख रही है. पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राज्य में इस साल 21 सितंबर से 25 अक्टूबर के बीच पराली जलाए जाने की 14,461 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान इसकी 9,796 घटनाएं सामने आई थीं. हरियाणा में इस सीजन में अब तक पराली जलाए जाने की लगभग 4,284 घटनाएं दर्ज की गई हैं. केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ने कहा कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता 31 अक्टूबर तक "बहुत खराब" श्रेणी में रहने की आशंका है.
posted By : Amitabh Kumar