PHOTOS: लो प्रेशर की वजह से यहां हो रही बारिश, जानें झारखंड-बिहार समेत अन्य राज्यों का हाल
पूर्वी भाग में कम दबाव क्षेत्र के कारण, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और झारखंड के कई जिलों में बुधवार को भारी बारिश जारी रही है, और गुरुवार को भी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने आखिरकार बताया है कि इन राज्यों में लो प्रेशर की वजह से कबतक बारिश होगी. आइए जानते है...
पूर्वी भाग में कम दबाव क्षेत्र के कारण, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, और झारखंड के कई जिलों में बुधवार को भारी बारिश जारी रही है, और गुरुवार को भी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने दक्षिण-पश्चिम झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ के क्षेत्र के कारण पश्चिम बंगाल के कई जिलों में पांच अक्टूबर तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, इस अवधि के दौरान राज्य के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण ओडिशा में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई है और मौसम कार्यालय ने एक और दिन भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है.
मौसम विभाग कार्यालय ने बताया कि ओडिशा के कम से कम 11 जिलों में बुधवार सुबह से हल्की से मध्यम बारिश जारी रही है. राज्य में अक्टूबर में औसत मासिक बारिश 114.7 मिलीमीटर है, जबकि एक अक्टूबर से तीन अक्टूबर शाम पांच बजकर 30 मिनट तक ही 57.3 मिलीमीटर औसत बारिश हो चुकी है.
मौसम विभाग ने इस बीच ओडिशा में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक सुंदरगढ़, देवगढ़, अंगुल, क्योंझर, और मयूरभंज जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश (सात से 20 सेमी) का पूर्वानुमान जताया गया है.
मौसम विभाग कार्यालय ने बताया कि झारसुगुड़ा, संबलपुर, बौध, ढेंकनाल, बालासोर, भद्रक, जाजपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, और जगतसिंहपुर जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि निम्न दबाव का असर झारखंड में भी दिख रहा है, और यहां भी बारिश जारी है. गढ़वा जिले के धुरकी में मंगलवार तक राज्य में सबसे अधिक 152 मिलीमीटर बारिश हुई. उन्होंने बताया कि राज्य में एक अक्टूबर से तीन अक्टूबर तक सामान्य बारिश 11.7 मिलीमीटर की तुलना में 78 मिलीमीटर पानी बरस चुका है.
कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के कई स्थानों पर रात में और बुधवार सुबह भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने मंगलवार को इस अवधि के दौरान दक्षिण बंगाल के झारग्राम, पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, बांकुड़ा, पुरुलिया, बीरभूम, और मुर्शिदाबाद जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया था.
यह भी कहा गया था कि उत्तर बंगाल के कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, मालदा, और उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिलों में भी पांच अक्टूबर तक भारी बारिश की आशंका है.
वहीं, केरल के कई हिस्सों में बुधवार को भी बारिश जारी रहने से कुछ स्थानों पर राहत शिविर खोले गए हैं और कुछ जिलों के निचले इलाकों में शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, किसी भी जिले के लिए बारिश की कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है, लेकिन राज्य में पांच अक्टूबर तक गरज के साथ मध्यम बारिश की संभावना है.
तिरुवनंतपुरम, आलप्पुझा, और कोट्टायम जिलों में राहत शिविर खोले गए हैं, जहां पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है. जिला प्रशासन ने बुधवार को तिरुवनंतपुरम में स्कूलों और कॉलेजों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया है.
कोट्टायम के बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्थित स्कूलों के लिए भी अवकाश की घोषणा की गई है, और जिन विद्यालयों का इस्तेमाल राहत शिविरों के तौर पर किया जा रहा है, वहां भी अवकाश घोषित किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि आलप्पुझा जिले की चेरतला तालुक में भी इसी तरह के कदम उठाए गए हैं.
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ऊंचाई वाले इलाकों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से लगातार बारिश के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बनाए रखने का आग्रह किया है. प्राधिकरण ने बताया कि तेज हवाओं और खराब मौसम की आशंका के कारण केरल और लक्षद्वीप में मछली पकड़ने पर प्रतिबंध जारी है.