भारत के कई राज्यों में बारिश होने वाली है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इसकी जानकारी दी है. साथ ही तमिलनाडु, केरल कर्नाटक, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश का अनुमान जताया है. बता दें कि कर्नाटक में झमाझम बारिश शुरू भी हो गई है. ऐसे में सर्द के मौसम का इंतजार कर रहे लोगों को बारिश की झटास कब तक झेलनी पड़ सकती है आइए जानते है…
IMD ने उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के इलाकों पर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण अगले पांच दिन के दौरान केरल के कई हिस्सों में बारिश होने का सोमवार को पूर्वानुमान जताया. केरल में एक दिन पूर्व हुई भारी बारिश से इडुक्की जिले में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं हुई. ऐसे ही एक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई घरों को नुकसान पहुंचा है.
आईएमडी ने बताया कि चक्रवाती परिसंचरण के कारण केरल में आगामी पांच दिन में सामान्य से मध्यम बारिश हो सकती है. उसने बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में छह से नौ नवंबर के बीच भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी ने दिन में एरणाकुलम और पालक्कड़ के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. इसके साथ ही राज्य के नौ जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है.
किसी क्षेत्र में 12-20 सेंटीमीटर तक बारिश होने के अनुमान पर ‘ऑरेंज अलर्ट’ और छह से 11 सेंटीमीटर तक बारिश को लेकर ‘येलो अलर्ट’ जारी किया जाता है. राज्य में पांच नवंबर को हुई भारी बारिश से इडुक्की जिले के पहाड़ी इलाके के कुछ हिस्सों में भूस्खलन की घटनाएं हुईं. एक अधिकारी ने बताया कि संथानपाड़ा ग्राम पंचायत के वार्ड सात में 55 वर्षीय एक व्यक्ति का घर भूस्खलन से ढह गया था.
उन्होंने बताया कि व्यक्ति की मौत की सूचना सोमवार को मिली. इसके अलावा भूस्खलन से कुछ घरों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा और सड़कें अवरुद्ध हो गई. पंचायत के अध्यक्ष और सचिव ने घटनास्थल का दौरा किया. हालांकि, इस इलाके में सुबह से बारिश नहीं हुई है. इडुक्की जिला प्रशासन ने बताया कि जिलाधिकारी भी इलाके का दौरा करेंगे.
Also Read: Earthquake: दिल्ली-NCR और यूपी में भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग! देखें Videoजिला प्रशासन ने हाल में हुए भूस्खलन के खतरे को देखते हुए जिले के उदाम्बाचोला और चेरियार इलाकों के बीच मुन्नार-कुमिली राज्य राजमार्ग पर शाम सात बजे से सुबह छह बजे के बीच यातायात प्रतिबंधित कर दिया है. यह पाबंदी आठ से नवंबर से अगला आदेश आने तक लगाई गई है.
बीते महीनों में केरल के अधिकतर हिस्सों में सामान्य बारिश हुई थी जबकि कुछ हिस्सों में इसके मुकाबले अधिक बारिश हुई. आईएमडी वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के अनुसार, अलप्पुझा और एरणाकुलम जिलों में अधिक बारिश हुई थी जबकि तिरुवनंतपुरम और पतनमतिट्टा में बहुत अधिक बारिश हुई. वायनाड राज्य का एकमात्र जिला था जहां पांच नवंबर तक बीते एक महीने में कम बारिश हुई.
अधिक बारिश का अर्थ है कि मौसम के दौरान सामान्य मानी जाने वाली वर्षा से 20-59 प्रतिशत तक अधिक बारिश होना, जबकि 60 प्रतिशत से अधिक बारिश होने पर इसे बहुत अधिक माना जाता है. वहीं, मौसम विभाग ने छह से आठ नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश के विभिन्न भागों में भी बारिश होने का सोमवार को अनुमान जताया है.
विभाग ने सोमवार और मंगलवार को आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटीय इलाकों और रायलसीमा के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है. विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दो दिन में पूरे राज्य में अलग-अलग स्थानों और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटीय इलाकों तथा रायलसीमा में मंगलवार को गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और निकटवर्ती लक्षद्वीप द्वीपसमूह से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के बीच एक मौसम प्रणाली बन रही है. विभाग ने कहा कि इस मौसम प्रणाली के प्रभाव के चलते पश्चिम गोदावरी जिले के कई स्थानों पर भी सोमवार को वर्षा हो रही है. इस प्रणाली ने आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटों, केरल तथा कर्नाटक के एक हिस्से को प्रभावित किया है और यह समुद्र तल से औसतन 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है.