Weather Forecast : बंगाल की खाड़ी में फिर लो प्रेशर, भारी बारिश की चेतावनी, जानें दिल्ली-बिहार का मौसम
Weather Forecast : बिहार में फिलहाल अच्छी बारिश की संभावना नहीं है. 13 और 14 अगस्त को झारखंड के दक्षिणी मध्य भागों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है. जानें दिल्ली-बिहार का मौसम
बारिश से प्रभावित ओड़िशा को लेकर मौसम विभाग ने कहा है कि एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के कारण अगले दो दिन भारी बारिश हो सकती है. मौसम विज्ञान केंद्र ने शनिवार को खुर्दा, कटक, पुरी, बालासोर, भद्रक, ढेंकनाल, गंजम, गजपति, जाजपुर, जगतसिंहपुर, कंधमाल, कालाहांडी, केंद्रपाड़ा और नयागढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया. विभाग ने रविवार को कालाहांडी, बोलांगीर, नुआपाड़ा और नवरंगपुर में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा के अलावा राज्य भर में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है.
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के चलते अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी में मौसम संबंधी संचरण देखने को मिल सकता है. मौसम केंद्र के बुलेटिन के मुताबिक, 24 घंटे के बाद इसके और अधिक सक्रिय होने और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. बुलेटिन के मुताबिक, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों के दौरान सुंदरगढ़, देवगढ़, संबलपुर और केंद्रपाड़ा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गयी.
झारखंड में होगी बारिश
13 और 14 अगस्त को झारखंड के दक्षिणी मध्य भागों में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है. जो सिस्टम बन रहा है वह नार्थ-ईस्ट की ओर दिशा में है. 13 अगस्त को राज्य के मध्य (रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी तथा रामगढ़) और दक्षिणी (पूर्वी सिंहभूम, प सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसांवा) में भारी बारिश हो सकती है. वहीं 14 अगस्त को पलामू प्रमंडल और मध्य भागों में भारी बारिश हो सकती है.
बिहार में बारिश की संभावना नहीं
बिहार में फिलहाल अच्छी बारिश की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार 15 अगस्त तक अच्छी बारिश की कोई संभावना नहीं है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 13 और 14 अगस्त तक बिहार के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. वहीं, 15 अगस्त के दिन भी कई जिलों में हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं. इस बीच तेज धूप के चलते तापमान में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है.
एक नजर में मॉनसून का हाल
-पूरे देश में मॉनसून फिर सक्रिय
-सौराष्ट्र व पूर्वी मप्र में कम दबाव का क्षेत्र विकसित, महाराष्ट्र में भारी बारिश संभव
-राजस्थान में अगले पांच दिनों तक गरज के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट
-बंगाल, बिहार और झारखंड में भी हो सकती है भारी बारिश
-दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में मूसलाधार बारिश का अनुमान
-मध्य प्रदेश के कारम नदी पर बांध के टूटने का खतरा, 18 गांव हुए खाली
-पिछले 24 घंटे में राजस्थान के बंगसवारा के दानपुर में सबसे ज्यादा 201 मिमी बारिश की गयी रिकॉर्ड
-हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से 88 सड़कें बंद, एनएच के दोनों ओर कई किलोमीटर तक लगा जाम
-चंबा में भी बादल फटने से मणिमहेश यात्रा टली, कालका शिमला हाइवे पर धंस गया फ्लाइओवर
धान की बुआई अब तक 12.39% कम
चालू खरीफ सत्र में धान की बुआई अब तक 12.39% घट कर 309.79 लाख हेक्टेयर रही है. इसका कारण विशेषकर झारखंड और पश्चिम बंगाल में बुवाई रकबे का कम रहना है. कृषि मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. मंत्रालय के अनुसार धान के अलावा दलहन और तिलहन की बुआई का रकबा भी इस खरीफ (गर्मी) सत्र में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में अभी कम है. धान मुख्य खरीफ फसल है, जिसकी बुवाई जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है. देश के कुल उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत भाग इसी मौसम से आता है.