दक्षिण तमिलनाडु के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले तीन दिनों के दौरान इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में दक्षिण पूर्व और निकटवर्ती पूर्व मध्य अरब सागर की ओर बढ़ने की संभावना है. इसके प्रभाव से 8 नवंबर के आसपास पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है.
7 नवंबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय के करीब पहुंचने की उम्मीद है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, बीते 24 घंटों में तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप और रायलसीमा में भारी बारिश देखने को मिली है. वहीं तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई है.
इसके अलावा गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण कोंकण और गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की बारिश हुई है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान केरल, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, लक्षद्वीप और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
वहीं तटीय आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप और ओडिशा के दक्षिणी तट पर हल्की बारिश हो सकती है.
दक्षिणी छत्तीसगढ़, गोवा, असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में हल्की बारिश हो सकती है.
वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग ने देश के दक्षिणी हिस्से में मौसम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आगामी कुछ दिनों में केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का रविवार को पूर्वानुमान जताया है.
विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया कि दक्षिणी तमिलनाडु और पड़ोसी क्षेत्रों के ऊपर चक्रवाती सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसके अगले तीन दिन में पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर दक्षिण-पूर्व और निकटवर्ती पूर्व-मध्य अरब सागर की दिशा में बढ़ने की संभावना है.
मौसम विभाग का अनुमान है कि पांच से आठ नवंबर के बीच केरल में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने और कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है.
इससे पहले विभाग ने शनिवार को राज्य के पथानामथिट्टा, इडुक्की और मलप्पुरम जिलों में पांच नवंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था.