स्काइमेट वेदर के अनुसार, देश के अधिकांश राज्यों में दिन के समय मौसम ठंडा, आरामदायक और धूप वाला तथा रात के समय ठंड लोगों को लगेगी. पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता आमतौर पर नवंबर के दूसरे सप्ताह तक बढ़ जाती है और दिसंबर और जनवरी के दौरान चरम तीव्रता के साथ फरवरी या मार्च तक जारी रहती है. नवंबर के दूसरे और तीसरे सप्ताह में दिवाली और छठ का पर्व भी है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर मानसून दक्षिण प्रायद्वीप पर सक्रिय होने के आसार हैं. तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. लक्षद्वीप और पूर्वोत्तर भारत में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है.
पश्चिम बंगाल में फिलहाल बारिश (Rain) को कोई संभावना नहीं है. हालांकि अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर के अंत में पारा नीचे आएगा. नवंबर की शुरुआत में बंगाल के विभिन्न जिलों में गुलाबी सर्दी दस्तक दे सकती है. अगले कुछ दिनों तक तापमान में उतार-चढ़ाव रहेगा. 3 डिग्री तक तापमा गिरेगा. अगले 2 से 3 दिनों में तापमान 2 डिग्री तक गिर सकता है. हालांकि मौसम की मार के कारण स्वास्थ्य बिगड़ने का भी खतरा है.
SAFAR के अनुसार दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 309 है जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. इससे पहले खबर आई थी कि राजधानी की वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई तथा आने वाले दिनों में प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के चलते इसके और भी खराब होने की आशंका है. दिल्ली के लिए केंद्र की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान प्रणाली के अनुसार, हवा की धीमी गति और रात के समय तापमान में गिरावट के कारण शहर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है. महीने के अंत तक हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रहने की आशंका है.
SAFAR-India के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता 309 AQI के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है. नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता 372 AQI के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है वहीं, गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता 221 AQI के साथ ‘खराब’ श्रेणी में है.
यूपी में दिन की धूप के बाद शाम और रातें ठंडी हो रही हैं. शनिवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप के बाद शाम को मौसम ने हल्की करवट ली. मौसम विभाग के मुताबिक रात में इसी तरह ठंड का एहसास बना रहेगा. नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड के जोर पकड़ने की संभावना है.
उत्तराखंड में मौसम बदल-बदला नजर आ रहा है. पहाड़ों पर बारिश की अभी कोई संभावना नहीं है. पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो रही है जिससे मौसम में ठंडक है. मैदानी क्षेत्रों में तो लगातार कड़ी धूप निकल रही है जिससे दिन के समय तापमान बढ़ता जा रहा है.