उत्तराखंड में कुदरत की तबाही से 47 की मौत, केरल में भारी बारिश का अलर्ट, हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड में कुदरत का कहर पानी के रुप में बरस रहा है. तेज बारिश और बादल फटने और अचानक कई इलाकों में बाढ़ सी आ गई है. केरल में भी भारी बरसात ने कहर बरपा दिया है. वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि केरल में अभी और भारी बारिश हो सकती है.
Uttarakhand Kerala rainfall Latest Updates: उत्तराखंड में कुदरत का कहर पानी के रुप में बरस रहा है. तेज बारिश और बादल फटने और अचानक कई इलाकों में बाढ़ सी आ गई है. जिसके कारण पूरे प्रदेश में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है. आफत की इस बरसात में अबतक 47 लोगों की मौत हो गई है. नैनीताल समेत कई इलाकों में बारिश का पानी बाढ़ बनकर बह रहा है. कई पुल और रेल की पटरियां भारी बारिश से बह गई हैं.
केरल में भी आफत की बरसात: कुदरत का कहर सिर्फ उत्तराखंड में ही नहीं टूट रहा केरल में भी भारी बरसात ने कहर बरपा दिया है. वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि केरल में अभी और भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार से लगभग पूरे प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. वहीं, विभाग ने पश्चिमी घाट बेल्ट और पूर्वी पहाड़ी क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश की संभावना जताई है.
उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों, खासतौर से कुमाऊं क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने से बीते मंगलवार को 42 और लोगों की मौत हो गयी. बारिश के कारण कई मकान ढह गये और कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि पिछले दो दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 47 हो गयी है. राज्य में सोमवार को पांच लागों की मौत हुई थी. उन्होंने बादल फटने और भूस्खलनों के बाद कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका भी जतायी.
वहीं, कई भूस्खलनों के कारण नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों के अवरुद्ध होने की वजह से इस लोकप्रिय पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है. राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि अल्मोड़ा जिले के भेटरोजखान इलाके में रापाड गांव में एक मकान ढहने के बाद उसके मलबे में चार लोग फंस गये जिनमें से एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
जिले के भिकियासेन में एक इमारत ढहने से मलबे में एक ही परिवार के सभी सदस्य फंस गये हैं, लेकिन अभी उनकी संख्या का पता नहीं चला है. उसने बताया कि चमोली जिले के जोशीमठ के समीप एक भूस्खलन के मलबे में तीन महिलाओं समेत चार मजदूर फंस गये. घटना में एक महिला मजदूर घायल हो गयी जबकि बाकी के लोग सुरक्षित हैं. सरकार ने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं.
कई जगहों पर बह गयीं पर्यटकों की कारें
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कई जिलों में भारी बारिश के साथ ही उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ के 3500 मीटर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की भी चेतावनी
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चारधाम यात्रा के लिए आये तीर्थयात्रियों को हरिद्वार और ऋषिकेश में रोक दिया गया है, ट्रैक्टर से लेकर कार तक सब कुछ पानी में बहते दिखे
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काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर करीब सौ मीटर रेल पटरी नदी में बह गयी, पहाड़ के दर्जनों मार्ग मलबा आने के कारण बंद, अन्य हिस्सों से कटा संपर्क
एनडीआरएफ की कई टीमें तैनात: उत्तराखंड में कुदरत के कहर को देखते हुए राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें तैनात की गई हैं. जो अलग अलग जगहों पर राहत औ्र बचाव के लिए तैनात की गई हैं. ऊधमसिंह नगर में 6 टीमों को तैनाक किया गया है. वहीं उत्तरकाशी में 2 टीम, चमोली में 2 टीम, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और अल्मोड़ी में 1-1 टीमें तैयार की गई है.
Posted by: Pritish Sahay