Loading election data...

Weather Today: पश्चिम बंगाल में होगी भारी बारिश, झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में 21 सितंबर को बरसेंगे बदरा

Weather Today, West Bengal News: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत पूरे राज्य में रविवार (20 सितंबर, 2020) को भारी बारिश होगी. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण ऐसा होगा. मौसम विभाग ने कहा है कि रविवार से समूचे पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 20, 2020 3:20 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत पूरे राज्य में रविवार (20 सितंबर, 2020) को भारी बारिश होगी. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण ऐसा होगा. मौसम विभाग ने कहा है कि रविवार से समूचे पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है.

मौसम विभाग ने कहा, ‘कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर में गंगीय पश्चिम बंगाल में बढ़ने की संभावना है, जिससे तटीय क्षेत्रों और इससे लगे जिलों पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता और हुगली में भारी बारिश होगी.’

विभाग के मुताबिक, बीरभूम के कुछ इलाकों, पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर और झाड़ग्राम जिले में सोमवार से भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने कहा है कि बारिश बुधवार तक जारी रह सकती है. मौसम विभाग ने मछुआरो को 20 से 22 सितंबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है.

Also Read: प्रेम निवेदन का जवाब नहीं दिया, तो बंगाल में कॉलेज छात्रा पर फेंक दिया तेजाब, दो गिरफ्तार

ज्ञात हो कि मौसम विभाग ने केरल के इडुक्की, कन्नूर एवं कसारगोड जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है. इसके बाद विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ जारी किया. प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कई स्थानों पर भारी बारिश हो रही है.

सूत्रों ने बताया कि अलर्ट को देखते हुए, नौसेना, भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों, पुलिस, दमकल बलों को किसी भी आपात स्थिति के मद्देनजर तैयार रहने के लिए कहा गया है. रात के दौरान बारिश के तेज होने की संभावना है.


Also Read: 1 से 18 अक्टूबर तक घर से दें अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं, तीन घंटे का समय देगा कलकत्ता विश्वविद्यालय

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पहाड़ी क्षेत्रों में शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक रात के दौरान आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है. मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है, क्योंकि 40 से 45 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से हवा चलने की संभावना है.

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version