बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवात से टेंशन में पश्चिम बंगाल और ओड़िशा, ‘यश’ का मतलब क्या है?
भारत में कोरोना संकट जारी है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ का कहर देखा गया है. अब, पूर्वी भारत में चक्रवाती तूफान का अनुमान जताया गया है.बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवात की बात करें तो इसका नाम यश रखा गया है. आखिर ‘यश’ का मतलब क्या होता है?
भारत में कोरोना संकट जारी है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ का कहर देखा गया है. अब, पूर्वी भारत में चक्रवाती तूफान का अनुमान जताया गया है. इसी बीच बिहार, झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बारिश की वजह से मौसम सुहाना बना हुआ है. बिहार की राजधानी पटना से लेकर कई जिलों में गुरुवार की सुबह रुकृ-रुककर बारिश हुई. इसके कारण गर्मी से लोगों को राहत मिली है. लेकिन, असली टेंशन बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवाती तूफान ‘यश’ ने बढ़ाई है. बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवात की बात करें तो इसका नाम यश रखा गया है. आखिर ‘यश’ का मतलब क्या होता है?
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यश का मतलब निराशा, ओमान ने दिया नाम
किसी चक्रवात का नाम रखने के कई स्टेप्स होते हैं. पिछले चक्रवात का नाम ‘ताऊ ते’ म्यांमार ने दिया था. इसका मतलब होता है तेज आवाज वाली छिपकली. अब, बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवात का ‘यश’ नाम ओमान ने दिया है. यश का मतलब निराशा है. दरअसल, चक्रवात के नाम रोटेशन के आधार पर अलग-अलग देश देते हैं. इसकी शुरुआत अटलांटिक क्षेत्र में साल 1953 की एक संधि से हुई थी. जबकि, हिंद महासागर क्षेत्र के आठ देशों ने भारत की पहल पर साल 2004 से चक्रवातीय तूफानों को नाम देने की व्यवस्था शुरू की थी. इसमें सदस्य देशों की तरफ से सुझाए गए नामों में से किसी एक को चुनकर चक्रवात का नामकरण किया जाता है. इन देशों में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यांमार, मालदीव, श्रीलंका, ओमान के अलावा थाईलैंड शामिल हैं.
A low pressure area very likely to form over North Andaman Sea & adjoining East Central Bay of Bengal around 22nd May. It is very likely to intensify gradually into a Cyclonic Storm by 24th May & move northwestwards & reach near Odisha- WB coasts around 26th May morning: IMD
— ANI (@ANI) May 20, 2021
बंगाल की खाड़ी में 22 मई से लो प्रेशर एरिया
अगर चक्रवात यश की बात करें तो भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को बताया कि उत्तर अंडमान समुद्र और बंगाल की खाड़ी के पूर्वी हिस्से में 22 मई को लो प्रेशर एरिया बनने की संभावना है. इसके 24 मई तक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान जताया गया है. इसी चक्रवात का नाम ‘यश’ रखा गया है. भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान के 26 मई तक ओड़िशा के अलावा पश्चिमी बंगाल के समुद्र तटीय इलाकों में पहुंचने का अनुमान जताया है.
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बंगाल, ओड़िशा समेत कई राज्यों पर भी प्रभाव
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बन रहे ‘यश’ चक्रवात से अंडमान और निकोबार के कई इलाकों में 22 और 23 मई को हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं. पश्चिम बंगाल और ओड़िशा के अधिकांश इलाकों में 25 मई की शाम से हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान भी जताया गया है. चक्रवाती तूफान यश की तीव्रता दिन गुजरने के साथ बढ़ती जाएगी. माना जा रहा है कि असम, मेघालय से लेकर बिहार, झारखंड तक इसका प्रभाव दिख सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक वो यश चक्रवात से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट की जानकारी देता रहेगा.