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Weather Update: कई राज्यों में भारी बारिश का तांडव, महाराष्ट्र के रायगढ़ में स्कूल बंद, IMD ने जारी किया अलर्ट

यूपी, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक भारी बारिश ने त्राहिमाम मचा दिया है. दिल्ली में यमुना एक बार फिर उफान पर है, कई राज्यों में गंगा नहीं ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है. इधर महाराष्ट्र के रायगढ़ रायगढ़ में आज स्कूलों को बंद कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2023 11:27 AM

Weather Update: देश के कई राज्यों में बारिश ने कोहराम मचा दिया है. दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र पंजाब समेत कई और राज्यों में जुलाई महीने में आफत की बरसात हो रही है. भारी बारिश से सड़कों पर जलजमाव हो रहा है, पानी लोगों घरों में घुस रहा है. इसके अलावा गंगा, यमुना समेत अन्य नदियां उफान पर आ गई है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश को देखते हुए रायगढ़ में आज सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. IMD ने रायगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इधर कई राज्यों में हो रही बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. आज सुबह 7 बजे पुराने लोहा पुल पर जलस्तर 206.56 मीटर दर्ज किया गया, जो अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ा है. ऐसे में दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.दूसरी तरफ, गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने हिंडन नदी में बढ़ रहे जलस्तर के मद्देनजर नोएडा के निचले इलाकों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की है.

महाराष्ट्र में बारिश का तांडव
महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र के नागपुर मंडल में भारी बारिश के बाद बाढ़ व बिजली गिरने के कारण 11 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं. महाराष्ट्र के पालघर में उफनती नदी में गिरने से  एक व्यक्ति के बह जाने की खबर है. अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि व्यक्ति नदी में गिर गया और तेज बहाव में बह गया. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं. बता दें, पालघर में पिछले एक सप्ताह से तेज बारिश हो रही है. इधर, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में पिछले 10 दिन में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि भारी बारिश के कारण कम से कम 4500 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मूसलाधार बारिश से 54000 हेक्टेयर कृषि भूमि भी प्रभावित हुई है, जिसमें 53000 हेक्टेयर कृषि भूमि अमरावती मंडल में है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार भारी बारिश से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

एनडीआरएफ ने बंद किया अभियान, 57 लोग अब भी लापता
इधर महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाडी में बीते दिनों हुए भूस्खलन के सिलसिले में अपना राहत और बचाव अभियान बंद कर दिया है. महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने रविवार को यह जानकारी दी.रायगढ़ के प्रभारी मंत्री सामंत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो लोग लापता हैं, उनके परिजन भी मानते हैं कि वे मलबे में दफन हो गये हैं और उन्हें बचाव अभियान बंद करने पर कोई ऐतराज नहीं है. मंत्री ने कहा कि किसी को भी भूस्खलन स्थल पर भीड़ नहीं लगानी चाहिए, वहां सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गयी है और लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गयी है . भूस्खलन में जिन लोगों के शव मिले हैं उनमें 12 पुरुष, 10 महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं. वहीं, एक शव की अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है.

हिमाचल प्रदेशः 11 यात्रियों की तलाश जारी, 3 शव बरामद
हिमाचल प्रदेश के मनाली स्थित व्यास में बहे शवों की तलाश अब भी जारी है. बता दें, 10 जुलाई को उफनती ब्यास नदी में पंजाब रोडवेज की बस बह गई थी, बस में सवार 11 यात्रियों की तलाश अब भी जारी है. इस बीच शिमला की पब्बर नदी से  तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं.  बता दें, रिपोर्ट के मुताबिक बारिश के कारण शिमला में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, 26 घायल हुए हैं और चार अब भी लापता हैं. स्थानीय मौसम कार्यालय ने 25 और 26 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की ऑरेंज चेतावनी और 24 और 27 जुलाई को भारी बारिश की येलो चेतावनी जारी की है.

उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित
भारी बारिश ने यूपी के कई जिलों में भी तबाही मचा दिया है. प्रदेश के 13 जिलों के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.यूपी में गंगा, यमुना, शारदा समेत कई और नदियां उफान पर आ गई हैं, जिस कारण कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. यूपी के अलीगढ़, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, कासगंज, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली जिलों के 330 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बाढ़ को देखते हुए 61 शरण स्थल बनाए गए हैं. खबर है कि हिंडन नदी में आयी बाढ़ के कारण कई कॉलोनियों में पानी घुस गया है.  बता दें, बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण हिंडन नदी उफान पर है. बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम को राहत और बचाव के लिए लगाया गया है.

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गुजरात में खतरा टला नहीं
गुजरात के कई शहरों में भी भीषण बारिश से बाढ़ के हालात हैं. मौसम विभाग का अनुमान है कि आज सोमवार को कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इससे पहले भीषण बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए करीब 3000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार और रविवार को प्रदेश के जूनागढ़ 241 मिमी बारिश हुई. मूसलाधार बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव हो गया है. कमर से ऊपर बह रहा पानी लोगों के घरों में घुस गया. वहीं, मौसम विभाग ने कहा है कि राज्य में कुछ जगहों पर भारी से अति भारी बारिश की आशंका है और देवभूमि द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिलों में अगले 24 घंटों में अत्यंत मूसलाधार वर्षा हो सकती है.

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