Weather News: उत्तर से दक्षिण तक बारिश ने मचाई तबाही, दिल्ली-NCR में बढ़ा टेंशन, पंजाब में गई 41 लोगों की जान
Weather Updates: दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह से ही हो रही बारिश के कारण दिल्ली वासियों की टेंशन बढ़ गई है. तेज बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव तो हो ही गया है, उसपर से यमुना और हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है.
Weather Updates: दिल्ली-NCR में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है. बुधवार को सुबह से ही दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश हो रही है. आईटीओ रोड पर भारी बारिश से जलभराव हो गया है. वहीं मंडी हाउस, रिंग रोड समेत नोएडा के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण जलभराव हो गया है. वहीं, तेज बारिश के साथ छाये घने बादल ने दिल्ली-NCR में अंधेरा कायम कर दिया. वाहन चालकों को वाहन चलाने में काफी परेशानी हुई. दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर में नोएडा में भी तेज बारिश से सड़कों पर जलजमाव हो गया. भारी बारिश से लोगों को आने जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं, भारी बारिश के कारण नोएडा में जिला प्रशासन ने स्कूल बंद करने का ऐलान किया है. बुधवार को भारी बारिश के कारण स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है.
#WATCH उत्तर प्रदेश: नोएडा में आज तेज़ बारिश के बाद सड़कों पर जलभराव देखा गया। वीडियो नोएडा सेक्टर-37 से है। pic.twitter.com/4pUKPK7Keo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 26, 2023
लगातार बारिश ने बढ़ाई टेंशन
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह से ही हो रही बारिश के कारण दिल्ली वासियों की टेंशन एक बार फिर बढ़ गई है. तेज बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव तो हो ही गया है, उसपर से यमुना और हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है, जिससे बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव का कार्य प्रभावित होने की संभावना भी बढ़ गई है. गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर में गिरावट देखने को मिली थी हालांकि अभी भी यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं हिंडन नदी भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है. नदी में आए उफान के कारण नोएडा सेक्टर-143 में पानी भर गया. इधर, भारत मौसम विभाग का अनुमान है कि 27 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में दिल्ली में यमुना का जलस्तर फिर बढ़ सकता है.
पंजाब में बाढ़ से अब तक 41 लोगों की मौत
पंजाब में हाल में ही आई बाढ़ से अब तक 41 लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ के कारण 1616 लोग राहत शिविरों में दिन बिताने को मजबूर हो गये हैं. प्रदेश के तरनतारन, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, होशियारपुर, रूपनगर, कपूरथला, पटियाला, मोगा, लुधियाना, एसएएस नगर, जालंधर, संगरूर, एसबीएस नगर, फाजिल्का, गुरदासपुर, मानसा, बठिंडा और पठानकोट समेत 19 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. जलमग्न क्षेत्रों से 27286 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण पंजाब में करीब 16 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान है. क्षति में बिजली के खंभों का उखड़ना, ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचना और सब स्टेशन में बाढ़ का पानी भरना शामिल है.
हिमाचल के कुल्लू में बादल फटा
इधर, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू स्थित गड़सा घाटी में कल यानी मंगलवार बादल फटने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया.इलाके के कुछ मकानों एवं कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है और कई इलाके की बिजली गुल हो गई. अधिकारियों ने बताया कि बादल फटने से दो पुल बह गए हैं और भुंतर-गड़सा सड़क कई स्थानों पर टूट गई है. गौरतलब है कि प्रदेश में मानसून की दस्तक से साथ हो रही आफत की बरसात में काफी नुकसान पहुंचा है. 24 जून से लेकर अब तक 263 दुकानों, 2037 गौशालाओं के साथ-साथ 652 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इधर, स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने आज यानी 26 और 27 जुलाई को 12 में से आठ जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम कार्यालय ने 28 जुलाई को भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और राज्य में 31 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
भारी बारिश के चलते तेलंगाना में अगले दो दिन बंद रहेंगे सभी स्कूल
दक्षिण भारत के राज्यों में भी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. तेलंगाना राज्य में लगातार भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. वहीं बारिश को देखते हुए प्रदेश के सीएम चंद्रशेखर राव ने राज्य की शिक्षा मंत्री सबिता इंद्रा रेड्डी को प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थानों में दो दिन यानी (26 और 27 जुलाई) की छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया है. इस दौरान प्रदेश के सभी स्कूल बंद रहेंगे.
कर्नाटक बारिश मुख्यमंत्री
बारिश के कर्नाटक का भी बुरा हाल है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं, प्रदेश के सीएम सिद्धारमैया ने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वे बारिश की स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के अलग-अलग हिस्सों का दौरा करें. इसके अलावा आज यानी बुधवार को उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिला उपायुक्तों और जिला पंचायत सीईओ की एक बैठक भी बुलाई है ताकि राज्य में मौसम और फसलों की स्थिति का आकलन किया जा सके. सिद्धारमैया ने कहा, राज्य में कई जगहों पर बारिश हुई है. जून में कम बारिश हुई थी लेकिन जुलाई में सामान्य से थोड़ी ज्यादा बारिश हुई.