उत्तराखंड में जोरदार बारिश हो रही है. विभिन्न स्थानों पर हो रही बारिश के बीच मौसम विभाग ने छह जिलों के लिए रविवार और सोमवार को बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं, प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों के बंद होने और खुलने का सिलसिला जारी रहा और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट के दौरान कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश तथा गर्जन के साथ बारिश के तीव्र से अति तीव्र दौर की चेतावनी दी है .
विभाग की चेतावनी को देखते हुए सरकार ने जिलों के जिलाधिकारियों एवं राज्य आपदा प्रतिवादन बल को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है ताकि किसी आपदा की स्थिति में तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों को मदद पहुंचाई जा सके.
इधर, हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों को 14 अगस्त को बंद कर दिया है. प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश हो रही है. वहीं, प्रदेश में आयोजित बीएड की परीक्षा को भी स्थगित कर दिय गया है.
देहरादून मौसम केंद्र द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में रविवार और शुक्रवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट तथा हरिद्वार जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है . रेड अलर्ट को देखते हुए देहरादून तथा चंपावत के जिलाधिकारियों ने सोमवार को कक्षा एक से 12 तक के स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं.
इधर, लगातार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य सड़कों पर भूस्खलन के कारण यातायात अवरूद्ध हो गया जिससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश-चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग टिहरी में कुंजापुरी बगड़ धार के समीप भूस्खलन के कारण यातायात के लिये बाधित हो गया जबकि ऋषिकेश-देवप्रयाग -श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कोडियाला में साखणीधार में बड़े वाहनों के लिए बंद है.
अधिकारियों ने बताया कि अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और इस साल अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं में जान-माल का भी नुकसान हुआ है.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार इस मानसून के दौरान विभिन्न आपदाओं में अब तक 60 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 37 अन्य घायल हुए हैं जबकि 17 अन्य लापता हैं . इसके अतिरिक्त, पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त 35 मकानों सहित 1169 मकानों को नुकसान पहुंचा और बड़ी मात्रा में कृषि भूमि भी बह गयी . प्रदेश में बारिश के कारण सड़कों और पुलों को भी खासा नुकसान हुआ है.
हिमाचल प्रदेश के शिमला के दुधली इलाके में भूस्खलन के बाद कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये हैं. पेड़ उखड़ गये. भूस्खलन के बाद सड़क साफ करने का काम किया जा रहा है.
भाषा इनपुट से साभार