बंगाल में उपचुनाव की घोषणा होते ही TMC कार्यकर्ताओं में दिखा चुनावी जोश, भबानीपुर में लगे ममता के पोस्टर
West Bengal By Elections केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की कुल तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. इनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परंपरागत सीट भवानीपुर भी शामिल है, जहां से वह उपचुनाव लड़ेंगी. मतगणना 3 अक्टूबर को होगी.
West Bengal By Elections केंद्रीय चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की कुल तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. इनमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परंपरागत सीट भवानीपुर भी शामिल है, जहां से वह उपचुनाव लड़ेंगी. मतगणना 3 अक्टूबर को होगी. चुनाव आयोग द्वारा उपचुनाव की घोषणा का टीएमसी ने स्वागत किया है. वहीं, उपचुनाव को लेकर सीएम ममता बनर्जी सक्रिय हो गई हैं और उन्होंने उत्तरी बंगाल का अपना दौरा रद्द कर दिया है.
इन सबके बीच, आयोग की ओर से पश्चिम बंगाल की तीन विधान सभा सीटों पर उपचुनावकी घोषणा होते ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ता जोश में आ गए हैं और भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में सीएम ममता बनर्जी के पोस्टर लगा दिए गए हैं. साथ ही टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जनसंपर्क का दौर भी शुरू कर दिया है. बता दें कि भवानीपुर सीट के साथ ही शमशेरगंज और जंगीपुर सीट पर भी उपचुनाव होंगे. यहां के उम्मीदवारों की मौत की वजह से चुनाव टल गया था.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस साल राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम सीट पर भारतीय जनता पार्टी के शुवेंदु अधिकारी के हाथों चुनाव हार गई थीं. हालांकि, राज्य में टीएमसी की बंपर जीत के बाद वे फिर से सीएम बनने में कामयाब रहीं. नियमों के मुताबिक उन्हें छह महीने के अंदर असेंबली के सदस्य यानी विधायक बनना जरूरी था. ऐसे में चुनाव आयोग की ओर से उपचुनाव की घोषणा से उन्हें बहुत राहत मिली है. अब वे उपचुनाव लड़कर असेंबली पहुंच सकती हैं.
इससे पहले भबानीपुर सीट से टीएमसी विधायक शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने 21 मई को इस्तीफा दिया था. अपने इस्तीफे से पहले शोभनदेब ने कहा था कि मुख्यमंत्री को छह महीने के भीतर किसी भी विधानसभा सीट पर जीतना है. मैं उनकी सीट से खड़ा हुआ और जीत गया. मैं विधायक पद इसलिए छोड़ रहा हूं कि वह निष्पक्ष तरीके से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बनी रहें.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया था. ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार 4 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. ऐसे में उन्हें शपथ लेने के दिन से छह महीने के अंदर यानी 4 नवंबर तक विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है और यह संवैधानिक बाध्यता है. उन्होंने अपने लिए भबानीपुर सीट खाली भी करा ली थी. लेकिन, इस सीट पर चुनाव की तारीख तय नहीं हो पाई थी.
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