एक क्लिक से हाथों में रसीला आम, बंगाल के इस शहर में वेबसाइट से फलों के राजा की होम डिलीवरी

Bengal Mango News: गर्मी के मौसम में फलों के राजा आम की डिमांड काफी ज्यादा होती है. हर कोई मीठे और रसीले आम को खाने की कोशिश में जुटा रहता है. इस साल भी कोरोना संकट में लॉकडाउन ने आमों की बिक्री को खासा प्रभावित किया है. लेकिन, फिक्र करने की बात नहीं है. अगर आप भी मालदा के रसीले आमों को खाना चाहते हैं तो घर बैठे मोबाइल से बुकिंग कीजिए. बुकिंग के समय दिए पते पर आम को बढ़िया से पैकिंग कर भेज दिया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2021 8:09 PM

Bengal Mango News: गर्मी के मौसम में फलों के राजा आम की डिमांड काफी ज्यादा होती है. हर कोई मीठे और रसीले आम को खाने की कोशिश में जुटा रहता है. इस साल भी कोरोना संकट में लॉकडाउन ने आमों की बिक्री को खासा प्रभावित किया है. लेकिन, फिक्र की बात नहीं है. अगर आप भी मालदा के रसीले आमों को खाना चाहते हैं तो घर बैठे मोबाइल से बुकिंग कीजिए. बुकिंग के समय दिए पते पर आम को बढ़िया से पैकिंग कर भेज दिया जाएगा. इसके लिए आप अग्रणी फॉर्म फ्रेश वेबसाइट की मदद ले सकते हैं. अगर वेबसाइट नहीं मिलता है तो आप नीचे दिए गए दो ईमेल और मोबाइल नंबर की मदद लेकर आम घर में मंगा सकते हैं.

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agranicustomercare@gmail.com या jagriticustomercare@gmail.com
इन दोनों ईमेल आईडी से मिलेगी जानकारी.
9476480628
इस वॉट्एसप नंबर पर करें कॉल या भेजिए डीटेल्स

पश्चिम बंगाल सरकार ने आमों को ऑनलाइन बेचने की पहल की है. बड़ी बात यह है इसे कैश ऑन डिलीवरी से भी जोड़ा गया है. पहले चरण में मालदा में इस सर्विस को ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाएगा. बाद में सरकार बाहरी जिलों और दूसरे राज्यों में आमों को ऑनलाइन भेजने की सर्विस शुरू करेगी. प्रशासन ने मालदा के गोपाल भोग, लक्ष्मण भोग, हिम सागर, आम्रपाली, लंगड़ा समेत सबसे ज्यादा डिमांड वाली किस्मों को ऑनलाइन भेजना शुरू भी कर दिया है.

एक क्लिक से हाथों में रसीला आम, बंगाल के इस शहर में वेबसाइट से फलों के राजा की होम डिलीवरी 2
पूरी प्रक्रिया में स्थानीय महिलाओं को शामिल किया गया है. ऑनलाइन आमों की कीमत स्थानीय बाजारों के हिसाब से तय की जा रही है. आम की कीमत तय करने में महिलाओं की मजदूरी को भी ध्यान में रखा जा रहा है. आम को पकाने में कार्बाइड या सिरेमिक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. प्राकृतिक रूप से पके आम को ही पैकेजिंग के बाद डिलीवरी के लिए भेजा जाएगा.
अंतरा दास, वैज्ञानिक, सेंट्रल रिसर्च सेंटर, मालदा

इसकी शुरुआत केंद्र और राज्य सरकार ने ‘सुफल बांग्ला’ योजना के तहत किया है. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आम की पैकेजिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक शुरुआती तौर पर मालदा में ऑनलाइन आम की बिक्री शुरू हुई है. बाद में दूसरे जिले और राज्यों में भी आम को ऑन डिमांड डिलीवर किया जाएगा. स्वयं सहायता समूह की सदस्य एलिजा फेत्रा के मुताबिक आदिवासी बहुल हबीबपुर इलाके में रोजगार की कमी है. जिस कारण उन्हें परिवार को पालने में काफी दिक्क्तें आ रही हैं. उन्हें आम की खेती की ट्रेनिंग दी गई है. वो सभी इस काम से काफी खुश हैं. इस बार आम की पैदावार ज्यादा है. आमों की बिक्री से मुनाफा भी आ रहा है.

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आम को मंगाने के लिए किसी कागजी कार्रवाई या आपको मालदा जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसके लिए एक मोबाइल ऐप डिजाइन किया गया है. अभी आप ऑनलाइन या कस्टमर केयर से कॉन्टैक्ट करके आम को घर में मंगा सकते हैं. आपको किसी आम की प्रजाति और मात्रा सब्मिट करके ए़ड्रेस भरना होगा. फिर, आपके दिए एड्रेस पर आम भेजा जाएगा. पेमेंट कैश ऑन डिलीवरी भी कर दीजिए.

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