पश्चिम बंगाल में कमल को लेकर राजनीति तेज हो रही है. तृणमूल नेता और विधायक मदन मित्रा ने कमल का फूल फाड़कर यह ऐलान कर दिया कि वह पूजा में भी कमल का इस्तेमाल नहीं करेंगे. बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मदन मित्रा के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मां दुर्गा की अराधना में कमल का फूल बेहद जरूरी है.
अगर मदन मित्रा इस संबंध में कुछ भी कह रहे हैं तो वो हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहे हैं. उनके इस तरह के बयान का खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. सुवेंदु अधिकारी ने इस मामले में ममता बनर्जी का नाम शामिल करते हुए कहा है कि तृणमूल कांग्रेस का यह चरित्र पहले से रहा है.
इससे पहले ममता बनर्जी ने भी सरस्वती मंत्र और चंडी पाठ का भी गलत तरीके से उच्चारण किया था. बंगाल में मदन मित्रा के बयान को लेकर राजनीति तेज हो गयी है. दूसरी तरफ मदन मित्रा का वीडियो भी खूब वायरल हो रहा जिसमें वह कमल के फूल को तोड़ रहे हैं.
मदन मित्रा ने यह भी कहा है कि आने वाले वक्त में वह सरस्वती पूजा में बगैर कमल फूल का इस्तेमाल किये ही पूजा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा है कि देखते हैं मेरे साथ क्या गलत होता है. दूसरी तरफ भाजपा इस हिंदू भावनाओं से जोड़ रही है. कमल फूल को मदन मित्रा भाजपा का निशाना बता रहे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा इसे भावनाओं से जोड़कर बयानबाजी कर रही है.