पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा मामले में बीरभूम पहुंची सीबीआई की टीम, अब तक 21 एफआईआर हो चुकी है दर्ज
सीबीआई की एक टीम पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा मामले के सिलसिले में बीरभूम के कंकरतला पहुंची है. कहा जा रहा है कि टीम यहां किसी को गिरफ्तार करने आयी है.
West Bengal News: केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) की एक टीम शनिवार को बीरभूम (Birbhum) के कंकरतला (Kankartala) पहुंची. यह टीम पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा (West Bengal post-poll violence) मामले के सिलसिले में यहां पहुंची है. इससे पहले, सीबीआई (CBI) ने नादिया जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया था. चुनाव बाद हुई हिंसा व दुष्कर्म को लेकर सीबीआई ने अब तक 21 एफआईआर दर्ज की है.
West Bengal: A team of Central Bureau of Investigation (CBI) reached Kankartala in Birbhum, in connection with the West Bengal post-poll violence matter pic.twitter.com/dnYXfFGNiL
— ANI (@ANI) August 28, 2021
हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंपी जांच
बता दें, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका देते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने 19 अगस्त को चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच सीबीआई को सौंप दी थी. हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि सीबीआई अदालत की निगरानी में ही हत्या और दुष्कर्म के मामलों की जांच करेगी. अन्य मामलों की जांच एसआईटी करेगी.
मानवाधिकार आयोग ने बंगाल सरकार को माना दोषी
इससे पहले, मानवाधिकार आयोग की जांच कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट में बंगाल सरकार को दोषी माना था. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि दुष्कर्म व हत्या जैसे मामलों की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए और इन मामलों की सुनवाई बंगाल के बाहर हो. संबंधितों पर मुकदमे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाए.
Also Read: ममता बनर्जी ने कहा- भाजपा सरकार अमानवीय है, लोगों से प्यार नहीं करती, जानें अभिषेक ने ईडी के समन पर क्या कहा
दो मई के बाद भड़की थी हिंसा
बता दें कि दो मई को विधानसभा परिणामों की घोषणा के बाद, पश्चिम बंगाल के कई शहरों में चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं हुईं थीं. इस घटना के बाद राज्यपाल धनखड़ ने हिंसा प्रभावित कई क्षेत्रों का दौरा भी किया था. इस दौरान राज्यपान ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा था. केंद्र सरकार ने भी हिंसा मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी. चौबीस घंटे के भीतर रिपोर्ट नहीं मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक कड़ा पत्र लिखा था. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन कर मामले की जानकारी ली थी. अगले दिन ही केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक चार सदस्यीय टीम हिंसा का जायजा लेने कोलकाता पहुंच गई थी.
Posted by : Achyut Kumar