अगरतला : देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जहां केंद्र और राज्य सरकारें एहतियाती उपायों के तहत लॉकडाउन लगाकर लोगों को घरों से बाहर निकलने का प्रबंध कर रही हैं. वहीं, पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा के पश्चिमी त्रिपुरा जिले से एक बड़ा ही दिलचस्प मामला सामने आया है. इस जिले के डीएम शैलेश कुमार यादव ने मानिक्या कोर्ट में एक शादी समारोह को रुकवाकर कई लोगों को गिरफ्तार करते हैं और फिर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद अदालत में उसके लिए माफी भी मांगते हैं. उनकी इस कार्रवाई के बाद राज्य में राजनीति तेज हो गई है.
इस घटना को लेकर माफी मांगते हुए डीएम शैलेश कुमार यादव ने कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं था. उधर, खबर यह भी है कि सूबे के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने मुख्य सचिव मनोज कुमार से घटना को लेकर एक रिपोर्ट तलब किया है, जबकि यहां का प्रमुख विपक्षी दल के नेता माणिक सरकार और उनकी पार्टी सीपीआईएम ने इस घटना को अवांछित करार देते हुए डीएम पर हमला बोला है.
छापेमारी की कार्रवाई के दौरान डीएम यादव ने दुल्हन को स्टेज से उतरने का भी आदेश दिया. वहीं, बाकी अधिकारी शादी में आए मेहमानों को मैरिज हॉल से बाहर निकालने में जुट गए. वायरल वीडियो में गुस्से में दिख रहे डीएम की भाषा भी अमर्यादित दिखाई दे रही थी. यादव ने कहा कि मैरिज हॉल में सभी लोग सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेशों के सीधे उल्लंघन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उन पर कार्रवाई की जाएगी. इस दौरान करीब 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया.
इसके साथ ही, डीएम यादव ने प्रशासन के साथ सहयोग नहीं करने के लिए पुलिस के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की. डीएम ने राज्य सरकार से पूर्वी अगरतला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (ओसी) और कुछ ऑन-ड्यूटी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की सिफारिश की है, जिन्हें जिला मजिस्ट्रेट के आदेश की अवहेलना करते देखा गया था.
उधर, विपक्षी नेता माणिक सरकार और सीपीआईएम ने इस घटना को ‘अवांछित’ करार देते हुए डीएम पर हमला बोल दिया है. उन्होंने ऐसे व्यवहार के लिए डीएम के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की. इसके अलावा, पश्चिमी त्रिपुरा की सांसद और भाजपा की नेता प्रतिमा भौमिक ने कहा कि वह दुल्हन के रिश्तेदारों से मिलने जाएंगी और उनसे इस घटना के बारे में जानकारी हासिल करेंगी.
Posted by : Vishwat Sen