नई दिल्ली : भारत में कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो गई है. रोजाना हजारों की संख्या में नए मामले सामने आने लगे हैं और केंद्र समेत तमाम राज्य सरकारें लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रही हैं. संक्रमण के लक्षण दिखने पर जांच कराने की बात कही जा रही है. इस बीच, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने नई एडवाइजरी जारी कर जांच से छूट देने की सलाह दी है. आईसीएमआर की ओर से जारी एडवाइजरी से हर किसी के मन में एक सवाल पैदा हो रहा है कि क्या भारत से कोरोना की तीसरी लहर का खतरा टल गया है?
बताते चलें कि सोमवार 10 जनवरी को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एक नई एडवाइजरी की है, जिसमें यह कहा गया है कि कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए हुए लोगों की जांच करने की जरूरत नहीं है. इसमें कहा गया है कि जांच की तब तक जरूरत नहीं है, जब तक कि संबंधित व्यक्ति की पहचान उम्र या फिर अन्य बीमारियों से पीड़ित होने की वजह से ‘अधिक जोखिम’ वाले लोगों के तौर पर न की गई हो.
इसके साथ ही, आईसीएमआर की एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अंतर-राज्यीय घरेलू यात्रा करने वाले लोगों को भी जांच कराने की जरूरत नहीं है. इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि जांच या तो आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट, सीबीएनएएटी, सीआरआईएसपीआर, आरटी-एलएएमपी, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम्स या रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के जरिए ही की जा सकती है.
आईसीएमआर की एडवाइजरी में कहा गया है कि प्वाइंट आफ केयर टेस्ट (घर या स्व-जांच या आरएटी) और मॉल्युकर टेस्ट में एक पॉजिटिव को जांच दोहराए बिना संक्रमित माना जाना चाहिए. इसमें कहा गया है कि लक्षण वाले व्यक्तियों जिनकी घर या स्व जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें आरएटी को आरटी-पीसीआर जांच करानी चाहिए.
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हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने का अपील की है कि कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि से लड़ने की तैयारी में कोई कमी न हो. मांडविया ने साथ ही महामारी के निर्बाध प्रबंधन के लिए समग्र तालमेल बनाए रखने पर भी जोर दिया. मांडविया ने साथ ही यह भी दोहराया कि केंद्र कोविड-19 को काबू में करने के लिए राज्यों का सहयोग करने को समर्पित है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश भर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए ईसीआरपी-दो के तहत सहायता प्रदान की है.