संसद भवन की तस्वीर अब बदलने वाली है. सेंट्रल विस्टा नए तरीके से विकसित किया जा रहा है. इसके तहत नया संसद भवन, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति का आवास और दफ्तर बनाए जाएंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट पर 13,450 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. यह इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों ओर के क्षेत्र को कहते हैं.
सेंट्रल विस्टा रायसीना हिल, नई दिल्ली के पास स्थित भारत के केंद्रीय प्रशासनिक क्षेत्र है. सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत इसे राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच 3 किमी लंबे राजपथ को फिर से बनाना है. परियोजना का उद्देश्य सभी मंत्रालयों को रखने के लिए एक नया आम केंद्रीय सचिवालय बनाकर उत्तर और दक्षिण ब्लॉक को सार्वजनिक रूप से सुलभ संग्रहालयों में परिवर्तित करना है.
नया संसद भवन विस्तार के साथ बैठने की क्षमता में वृद्धि, नार्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के पास उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए नया निवास और कार्यालय और कुछ पुराने ढांचे को संग्रहालयों में परिवर्तित किया जा रहा है. साथ ही, इसमें एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय और विशेष सुरक्षा समूह भवन भी शामिल है.
कुल निर्मित क्षेत्र लगभग 87,915 वर्गमीटर होगा. जिसमें बेसमेंट क्षेत्र लगभग 20,879 वर्गमीटर होगा. सेंट्रल विस्टा एवेन्यू हर राज्य के फूड स्टॉल, रेड ग्रेनाइट से बना फुटपाथ और चारों ओर हरियाली होगी. साथ ही यहां वेंडिंग जोन, पार्किंग लॉट और चौबीसों घंटे सुरक्षा होगी. हालांकि, इंडिया गेट से मान सिंह रोड तक यहां खाना खाने की अनुमति नहीं होगी.
CPWD ने यहां 5 वेंडिंग जोन बनाए हैं. हर जोन में 40 वेंडर होंगे. हालांकि, गार्डन एरिया में इन्हें अपना सामान बेचने की अनुमति नहीं होगी. इंडिया गेट के पास दो ब्लॉक बनाए गए हैं और हर ब्लॉक में 8 दुकानें हैं. उन्होंने बताया कि कुछ राज्यों ने यहां फूड स्टॉल खोलने की इच्छा जताई है.