कांग्रेस नेता शशि थरूर समय-समय पर ट्वीट करके मोदी सरकार पर निशाना साधते नजर आते हैं. इसमें वे कठिन उच्चारण वाले अंग्रेजी शब्द का प्रयोग कभी-कभी कर देते हैं. इस बार भी ऐसा ही हुआ है जिसके बाद वे ट्रोलर के निशाने पर आ गये हैं.
दरआसल कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ‘क्यूमोडोकुनक्वीज़’ का उपयोग करते हुए रेल मंत्रालय पर किसी भी तरह से कमाई करने का आरोप लगाया है. इसके बाद लोग उनसे इस शब्द का मतलब पूछते सोशल मीडिया पर नजर आये. कांग्रेस नेता को लोग ट्रोल भी करने लगे. गौर हो कि शशि थरूर अपनी बेहतरीन अंग्रेजी और दुर्लभ शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए जाने जाते हैं.
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कांग्रेस नेता शशि थरूर ने रविवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने रेल यात्रा के लिए वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट को दोबारा लागू करने की मांग करते हुए रेल मंत्रालय पर ‘क्यूमोडोकुनक्वीज़’ शब्द के जरिए कटाक्ष करने का काम किया. इस शब्द का अर्थ ‘ किसी भी संभव तरीके से पैसा कमाना होता है.” यहां चर्चा कर दें कि कोरोना महामारी की वजह से मार्च 2020 से ही रेल यात्रा के लिए वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट निलंबित है और उसे दोबारा लागू करने की मांग की जा रही है.
Obscure Words Deptt:
Must the Indian Railways quomodocunquize? @RailMinIndia #SeniorCitizensConcession#IndianRailway pic.twitter.com/CAsGDaDKAf— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 22, 2022
Sandeep saxena नाम के यूजर ने लिखा कि सर ये सब लिखने से वोट नहीं मिलेगा. खाली लाइक मिलेगा. कुछ ऐसा करें ताकि कांग्रेस को वोट मिल सके. एक अन्य यूजर ने लिखा कि ऐसे शब्द आप लाते कहां से हैं. मैं इसे उच्चारण भी नहीं कर पा रहा हूं. कुछ यूजर थरूर से इस शब्द का अर्थ पूछते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने संभवत: किसी दुकान पर लगी एक पुस्तक की तस्वीर पोस्ट करते हुए पिछले दिनों सरकार पर तंज कसा. इस दुकान पर ‘चर्चित उपन्यास’ खंड में ‘ए नेशन टू प्रोटेक्ट’ नामक पुस्तक रखी गयी है, जिसमें कोविड महामारी पर भारत में उठाये गये कदमों का वृतांत दिया गया है. प्रियम गांधी-मोदी द्वारा लिखित पुस्तक के आवरण पृष्ठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है और यह पुस्तक कोविड -19 के मामले में केंद्र सरकार के कदमों का ब्योरा देती है. थरूर ने मौजूदा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शासन और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के कार्यकाल में खाद्य पदार्थों की कीमतों की तुलना करते हुए मोदी सरकार पर कटाक्ष किया.
भाषा इनपुट के साथ