क्या है कांग्रेस की 5 गारंटी? सीएम सिद्धारमैया के लिए लागू करना बड़ी चुनौती
कांग्रेस द्वारा किए गए पांच ‘गारंटी’ के वादे को लागू करने से राज्य के खजाने पर हर साल करीब 50,000 करोड़ रुपये का भार पड़ सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 10 मई के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में पांच ‘गारंटी’ का खासा योगदान रहा है.
कर्नाटक में आज से सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार की सरकार बन गयी है. दिग्गज विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जबकि डीके शिवकुमार ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ग्रहण की. कर्नाटक में नयी सरकार के गठन के साथ ही कांग्रेस की 5 गारंटी की चर्चा तेज हो गयी है. शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसको लागू करने की बात भी कही. राहुल ने कहा, कर्नाटक सरकार की मंत्रिमंडल की पहली बैठक में सभी पांच ‘गारंटी’ एक कानून बनेगी. वहीं खरगे ने कहा, हमने जो कहा है उसे पूरा करेंगे, हम सभी पांच ‘गारंटी’ लागू करेंगे.
क्या है कांग्रेस की पांच गारंटी
कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्ता में आने के पहले दिन ‘पांच गारंटी’ लागू करने का वादा किया था. इन वादों में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं.
कांग्रेस की पांच ‘गारंटी’ को लागू करने से कर्नाटक के खजाने पर 50,000 करोड़ रुपये का भार पड़ सकता है
कांग्रेस द्वारा किए गए पांच ‘गारंटी’ के वादे को लागू करने से राज्य के खजाने पर हर साल करीब 50,000 करोड़ रुपये का भार पड़ सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 10 मई के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शानदार जीत दिलाने में पांच ‘गारंटी’ का खासा योगदान रहा है. हालांकि कांग्रेस घोषणापत्र मसौदा समिति के उपाध्यक्ष प्रोफेसर केई राधाकृष्ण ने सालाना 50,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने की बात से इनकार कर दिया है.
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के साथ इन्होंने मंत्री पद की शपथ ली
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर, एम बी पाटिल, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियांक खरगे, वरिष्ठ नेता के एच मुनियप्पा, के जे जॉर्ज, सतीश जार्कीहोली, रामालिंगा रेड्डी और बी जेड जमीर अहमद खान ने मंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने स्थानीय श्री कांतीरवा स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण में ये दिग्गज नेता हुए शामिल
कर्नाटक सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए. जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने भी इस समारोह में शिरकत की.