भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को निरस्त करने पर 11 दिसंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाया है जिसपर राजनीतिक प्रतिक्रिया सामने आ रही है. ताजा बयान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी का आया है. संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस नेता ने अमित शाह से POK को लेकर सवाल किया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि शायद पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू गृह मंत्री अमित शाह जितने जानकार नहीं थे. मैं अमित शाह से पूछना चाहता हूं…चूंकि आप जो भी करते हैं वह सही है, आप पीओके कब वापस ले रहे हैं?
#WATCH | Delhi: Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury says, "…Maybe former PM Jawaharlal Nehru was not as knowledgeable as Home Minister Amit Shah. I want to ask Amit Shah…since whatever you do is right, when are you getting back PoK?…" pic.twitter.com/NLb3V5zA1i
— ANI (@ANI) December 12, 2023
न्यूज एजेंसी एएनआई ने तो वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जारी किया है उसमें कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी कहते नजर आ रहे हैं कि अमित शाह जी को गौर से अध्ययन करना जरूरी है. उस स्थिति में युद्ध विराम जरूरी था. ये हमारे फौज का फैसला था. हो सकता है कि अमित शाह के जैसे उतना ज्ञानी जवाहरलाल नेहरू ना हों…मुझे अमित शाह जी से बस यही कहना है कि सब गलती किये हैं. आप तो सही कर रहे हैं. तो मेरा सवाल है कि पीओके को कब वापस लाओगे…
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पीओके भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता
यहां चर्चा कर दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को देश को आश्वस्त किया कि आतंकवाद से मुक्त ‘नए और विकसित कश्मीर’ के निर्माण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो चुकी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उचित समय पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने का काम किया जाएगा. शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता है. इसे बाद से पीओके ट्रेंड में आ चुका है जिसपर लोग सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
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क्या है पीओके जानें यहां
क्या है पीओके ? इस सवाल का जवाब सभी जानना चाहते हैं. बता दें कि साल 1947 में मिली आजादी और बंटवारे से पहले जम्मू-कश्मीर का अस्तित्व एक स्वतंत्र रियासत के तौर पर हुआ करता था, लेकिन 1947 में ही पाकिस्तान की सीमा से सटे जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र पर जबरन कब्जा कर लिया जो अब तक कायम है. इस क्षेत्र को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर या पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के नाम से जाना जाता है. लेकिन भारत इस क्षेत्र को पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके (POK) कहता है. क्योंकि यह भारत का अभिन्न हिस्सा है.
#WATCH जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "पता नहीं इन लोगों में नेहरू जी के खिलाफ इतना जहर क्यों है। जब ये आर्टिकल(370) आया था, उस वक्त यहां सरदार पटेल थे, जवाहर लाल नेहरू अमेरिका में थे और जो कैबिनेट की बैठक हुई थी उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे।… pic.twitter.com/idf67g7Y3M
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2023
पता नहीं इन लोगों में नेहरू जी के खिलाफ इतना जहर क्यों है
इधर, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि पता नहीं इन लोगों में नेहरू जी के खिलाफ इतना जहर क्यों है… जब ये आर्टिकल(370) आया था, उस वक्त यहां सरदार पटेल थे, जवाहर लाल नेहरू अमेरिका में थे और जो कैबिनेट की बैठक हुई थी उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी थे. उस समय इसका फैसला हुआ था… हम चाहते हैं कि चुनाव हो..