Muslim: भारत के किस राज्य में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी? UP चौथे नंबर पर तो पहले पर कौन?  

Muslim: आइए जानते हैं भारत के किस राज्य में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी है?

By Aman Kumar Pandey | February 3, 2025 6:32 AM
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Muslim: भारत विविधता से भरा देश है, जहां अनेक धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं के लोग एक साथ रहते हैं. यहां मुसलमानों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का लगभग 14.2% है, जिससे यह हिंदू धर्म के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा धर्म बन जाता है. 2011 की जनगणना के अनुसार, हिंदू जनसंख्या 79.8% है, जबकि सिख, बौद्ध, ईसाई और जैन धर्म के अनुयायियों की जनसंख्या 1% से भी कम है. 2001 से 2011 के बीच, मुस्लिम जनसंख्या में 24.6% की वृद्धि हुई, जबकि हिंदू जनसंख्या में 16.8% की वृद्धि दर्ज की गई. यह जनसंख्या परिवर्तन विभिन्न ऐतिहासिक, सामाजिक और आर्थिक कारणों से प्रभावित हुआ है.

असम में मुस्लिम जनसंख्या (Muslim population in Assam)

असम में मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत अपेक्षाकृत अधिक है. राज्य की कुल जनसंख्या लगभग 3.1 करोड़ है, जिसमें से करीब 34% लोग मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. यानी असम में लगभग 1 करोड़ मुसलमान निवास करते हैं. गुवाहाटी, सिलचर, धुबरी, कोकराझार, जोरहाट और बोंगाइगांव जैसे शहरों में मुस्लिम समुदाय की मजबूत उपस्थिति देखी जाती है. असम में मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि के पीछे ऐतिहासिक कारण महत्वपूर्ण रहे हैं. ब्रिटिश शासन के दौरान 19वीं और 20वीं सदी में पूर्वी बंगाल से बड़ी संख्या में मुसलमान असम में आकर बसे. इसके अलावा, असम की भौगोलिक स्थिति और बांग्लादेश की निकटता ने भी यहां की जनसंख्या संरचना को प्रभावित किया है.

पश्चिम बंगाल में मुस्लिम जनसंख्या (Muslim population in west bengal)

पश्चिम बंगाल की कुल जनसंख्या लगभग 9.1 करोड़ है, जिसमें मुस्लिम समुदाय की भागीदारी 27% है, यानी करीब 2.46 करोड़ मुसलमान यहां रहते हैं. कोलकाता, मुर्शिदाबाद, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मालदा और हावड़ा जैसे जिले मुस्लिम आबादी की अधिकता वाले क्षेत्र हैं. 1947 में देश के विभाजन और पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) के निकटता का असर पश्चिम बंगाल की मुस्लिम जनसंख्या पर पड़ा है. कृषि और व्यापार के अवसरों की उपलब्धता ने भी मुस्लिम समुदाय को इस राज्य में बसने के लिए प्रेरित किया.

केरल में मुस्लिम जनसंख्या (Muslim Population in Kerala)

केरल में भी मुसलमानों की एक महत्वपूर्ण आबादी निवास करती है. 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या लगभग 3.5 करोड़ है, जिसमें 26.56% (करीब 90 लाख) मुसलमान शामिल हैं. मलप्पुरम, कोझिकोड, कोची, तिरुवनंतपुरम और कासरगोड जैसे क्षेत्रों में मुस्लिम समुदाय की उपस्थिति अधिक है. केरल में मुस्लिम जनसंख्या की वृद्धि ऐतिहासिक और व्यापारिक कारणों से हुई है. प्राचीन काल में अरब व्यापारियों के आगमन के साथ इस्लाम यहां फैला. इसके अलावा, यहां की बेहतर शिक्षा व्यवस्था और सामाजिक जागरूकता ने मुस्लिम समुदाय के विकास में योगदान दिया है.

उत्तर प्रदेश में मुस्लिम जनसंख्या (Muslim Population in Uttar Pradesh)

उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है, जिसकी कुल जनसंख्या लगभग 19.98 करोड़ है. यहां मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या 19.26% है, यानी करीब 3.85 करोड़ मुसलमान उत्तर प्रदेश में निवास करते हैं. लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी और फैजाबाद जैसे शहरों में मुस्लिम जनसंख्या अधिक है. ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो मुगल शासन के दौरान उत्तर प्रदेश एक प्रमुख केंद्र रहा था, जिससे इस राज्य में मुस्लिम समुदाय की जड़ें मजबूत हुईं. इसके अलावा, यहां के सूफी संतों और दरगाहों ने भी मुस्लिम समुदाय को आकर्षित किया.

बिहार में मुस्लिम जनसंख्या (Muslim Population in Bihar)

बिहार में मुस्लिम समुदाय की महत्वपूर्ण उपस्थिति है. राज्य की कुल जनसंख्या लगभग 10.4 करोड़ है, जिसमें से 16.9% (करीब 1.76 करोड़) लोग मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं. मुगल और ब्रिटिश शासनकाल के दौरान बड़ी संख्या में मुसलमान बिहार में आकर बसे. पटना, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और भागलपुर जैसे जिलों में मुस्लिम जनसंख्या अधिक है. विशेष रूप से सीमांचल क्षेत्र (किशनगंज, अररिया) में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या घनत्व ज्यादा है. बिहार में मुस्लिम जनसंख्या की अधिकता के पीछे ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों के साथ-साथ कृषि और आर्थिक कारक भी शामिल हैं. 2023 में बिहार सरकार द्वारा कराई गई जातीय जनगणना के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13 करोड़ से अधिक बताई गई थी.

भारत में मुस्लिम जनसंख्या का वितरण विभिन्न ऐतिहासिक, भौगोलिक और सामाजिक कारणों से प्रभावित हुआ है. असम, पश्चिम बंगाल, केरल, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या अन्य राज्यों की तुलना में अधिक देखी जाती है. इस जनसंख्या वृद्धि के पीछे आर्थिक अवसर, ऐतिहासिक प्रवास और सामाजिक कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

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