भारत, झकझोर देने वाले हमलों और बम विस्फोटों से गुजरा है. राष्ट्र ने उस दौरान कई लोगों को जान गंवाते हुए देखा है. जब नागरिक एक सामान्य दिन की तरह अपना समय बिता रहे थे.किसी को क्या पता था कि हमले की योजनाएं बन चुकी थीं और आतंकी देश पर हमला करने की प्रक्रिया में थे. इतनी बड़ी आपदाओं के पीछे कई मास्टरमाइंड और गैंगस्टर थे और उन्हें भारत में मोस्ट वांटेड अपराधियों के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. आज हम आपको भारत के 9 मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
![ये हैं भारत के 9 मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स, Nia इस डॉन पर रख चुकी है 25 लाख का इनाम 1 Undefined](https://cdnimg.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/prabhatkhabar/import/2015/8/2015_8$largeimg224_Aug_2015_122820880.jpg)
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है दाऊद इब्राहिम का. 1993 में हुए मुंबई हमले का मास्टर माइंड दाऊद, मुंबई में हुए 26/11 के हमलों में भी दाऊद का हाथ होने का दावा है.
दाऊद इब्राहिम का करीबी दोस्त, छोटा शकील 1993 के मुंबई विस्फोटों और सितंबर 2001 में बैंकॉक में छोटा राजन पर हमले में शामिल है. अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद वह पाकिस्तान से सऊदी अरब भाग गया था.
Also Read: एक ईमानदार कांस्टेबल का बेटा आखिर कैसे बना अंडरवर्ल डॉन, चंद मिनटों में देखें दाऊद के ‘डॉन’ बनने का सफरसूची में एक और सर्वाधिक वांछित अपराधी उसी परिवार से है. अनीस इब्राहिम, दाऊद इब्राहिम का छोटा भाई. 1993 के मुंबई बम धमाकों में शामिल और आरोपी है और हर उस अपराध में सह-आरोपी है जिसका आरोप दाऊद इब्राहिम पर है. वह प्रमुख और मास्टरमाइंड है, जो नकली बैंक नोटों के संचालन, जबरन वसूली और ड्रग्स की व्यवस्था करता है.
26/11 हमले के साजिशकर्ताओं में से एक है. पाकिस्तानी सेना में मेजर और आईएसआई अधिकारी मेजर इकबाल, डेविड हेडली का मुख्य प्रतिनिधि था, जिसने उसे भारत में उसकी रेकी गतिविधियों के लिए व्यक्तिगत रूप से भर्ती किया, प्रशिक्षित किया और निर्देशित किया.
लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक और जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफ़िज़ मुहम्मद सईद. उसे दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था. उस पर 26/11 हमलों की साजिश रचने का आरोप है और वह खुलेआम भारत के खिलाफ नफरत फैलाने वाला भाषण देता है. हालांकि 26/11 हमले के बाद उसे घर में नज़रबंद कर दिया गया था, लेकिन उसने भारत विरोधी और अमेरिका विरोधी रैलियां जैसी कई गतिविधियां की.
Also Read: आखिर किसने इतनी सुरक्षा के बीच दिया जहर? डॉन दाऊद इब्राहिम के मारे जाने की खबर!मसूद अजहर, मास्टॉयड पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में एक आतंकवादी समूह जैस-ए-मोहम्मद को संचालित करता है. एक आतंकवादी जिसे दिसंबर 1999 में अपहृत इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के यात्रियों के बदले में भारत सरकार ने रिहा कर दिया था. 2001 के संसद हमलों के पीछे उसका आतंकवादी संगठन था और अब तक, उस पर पाकिस्तान में छिपे होने का आरोप है.
आतंकी संगठन हरकत-उल-जेहादी इस्लामी का नेता इलियास कश्मीरी है. इलियास अल कायदा का आतंकवादी है और वह पुणे में जर्मन बेकरी विस्फोट और मुंबई में 26/11 हमले, 2002 में कोलकाता में अमेरिकन सेंटर पर हमले और 2008 में दिल्ली, अहमदाबाद, बैंगलोर और जयपुर में विस्फोटों के लिए जिम्मेदार है. 2011 में अमेरिकी ड्रोन हमले में उसके मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन बाद में इसका खंडन किया गया.
Also Read: दाऊद इब्राहिम को जहर देने पर पाकिस्तान से पहला Reaction, इस पत्रकार ने बताई वर्तमान स्थितिलश्कर-ए-तैयबा कमांडर साजिद मीर. साजिद 2005 में एक क्रिकेट प्रशंसक के रूप में भारत आया था और नवंबर 2008 के मुंबई हमले की तैयारी कर रहा था. पश्चिमी खुफिया सूत्रों के अनुसार, साजिद मीर को एक औपचारिक सैन्य अधिकारी, जो उसके साथ नई दिल्ली गया था, अब्दुर रहमान हाशिम के साथ आईएसआई निदेशालय द्वारा संचालित एक सुरक्षित घर में रखा जा रहा है.
एनआईए की सर्वाधिक वांछित सूची में सैयद सलाहुद्दीन है, जो हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रमुख है, जो एक कश्मीरी आतंकवादी संगठन है – जो पाकिस्तान समर्थक है और इसका लक्ष्य कश्मीर को पाकिस्तान के साथ मिलाना है. सैयद के संगठन पर आईएसआई और पाकिस्तान के समर्थन से संबंध होने का आरोप है. जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमले सैयद सलाहुद्दीन की वजह से हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तस्करी के लिए भारत में एक इकाई स्थापित करने वाली ‘डी’ कंपनी – इब्राहिम के गिरोह – से संबंधित जांच में अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम पर ₹25 लाख का नकद इनाम और उसके सहयोगियों के लिए कई अन्य इनाम राशि की घोषणा की थी. जहां इब्राहिम के लिए इनाम की राशि ₹25 लाख रखी गई थी, वहीं एजेंसी ने छोटा शकील के लिए ₹20 लाख और अनीस, चिकना और मेमन के लिए ₹15 लाख की घोषणा की थी.