Atishi Marlena: अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद आतिशी दिल्ली की नईं मुख्यमंत्री बन गई हैं. उन्होंने तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. मुख्यमंत्री बनते ही आतिशी के पास कई चुनौतियां हैं, लेकिन परिस्थितियों से जूझना उनके लिए कोई नई बात नहीं है. पिछली सरकार के कैबिनेट में उनका शामिल होना भी तब हुआ जब पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आबकारी नीति मामले में उपमुख्यमंत्री और दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भरोसेमंद मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सरकार मुश्किल दौर से गुजर रही थी. सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद आतिशी, सौरभ भारद्वाज के साथ दिल्ली सरकार में शामिल हो गईं.
आतिशी ने केजरीवाल सरकार में 13 प्रमुख विभागों को देख रही थीं
आतिशी (43)ने केजरीवाल सरकार में वित्त, राजस्व, शिक्षा और लोक निर्माण विभाग सहित 13 प्रमुख विभागों का नेतृत्व करते हुए शामिल हुईं.
आतिशी 2013 में आप में हुईं शामिल
आतिशी वर्ष 2013 में आप में शामिल हुईं और वह पर्दे के पीछे रहकर शिक्षा संबंधी नीतियों पर सरकार की सलाहकार के रूप में काम करती रहीं. लेकिन वर्ष 2019 में उन्होंने चुनावी राजनीति में कदम रखा, तब उन्होंने पूर्वी दिल्ली से भाजपा के गौतम गंभीर के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन, वह यह चुनाव हार गईं. वर्ष 2020 में आतिशी ने विधानसभा चुनाव लड़ा और कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनीं.
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सक्रिय राजनीति में आने से पहले आतिशी ने अपना उपनाम बदला
सक्रिय राजनीति में आने से पहले आतिशी ने अपना उपनाम मार्लेना, जो कि मार्क्स और लेनिन का प्रतीक था, हटा दिया था, क्योंकि वह चाहती थीं कि उनकी राजनीतिक संबद्धता को गलत तरीके से नहीं समझा जाना चाहिए.
आतिशी के माता-पिता दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर थे
आतिशी के माता-पिता विजय सिंह और तृप्ता वाही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर थे. आतिशी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से सर्वोच्च स्थान के साथ इतिहास में स्नातक की डिग्री हासिल की। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा एवं इतिहास में परास्नातक की डिग्री हासिल की है.