गांधीनगर: गुजरात (Gujarat) के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के इस्तीफे (Vijay Rupani Resignation) के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सबको चौंकाते हुए भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) को प्रदेश का नया मुखिया चुन लिया. भूपेंद्र पटेल पाटीदार समाज से आते हैं और गुजरात में इस वर्ग का बड़ा वोट बैंक है. वर्ष 2022 के दिसंबर में गुजरात में विधानसभा के चुनाव होने हैं और उसमें पाटीदार समाज को साधने में भाजपा को कामयाबी मिलेगी, ऐसी पार्टी को उम्मीद है.
यहां बता दें कि भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) मुख्यमंत्री पद की रेस में कहीं नहीं थे. नये मुख्यमंत्री की रेस में गुजरात प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटील (CR Paatil), उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel) के अलावा केंद्रीय मंत्रियों पुरुषोत्तम रुपाला (Purushottam Rupala) एवं मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) के नाम सबसे आगे चल रहे थे.
बाद में संभावित मुख्यमंत्रियों की सूची में गोरधन जडफिया का नाम भी जुड़ गया. रविवार को सुबह से मीडिया में खबर चलने लगी कि गुजरात के कृषि मंत्री आरसी फल्दू और लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल भी मुख्यमंत्री बन सकते हैं. लेकिन, आखिरकार एक ऐसे शख्स को मुख्यमंत्री चुना गया, जिसकी कोई चर्चा नहीं थी. भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) एक लो-प्रोफाइल नेता हैं.
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के बेहद करीबी माने जाने वाले भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) पर दांव खेला है. पार्टी उनके ही नेतृत्व में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में जायेगी. हालांकि, भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. पार्टी हर चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लड़ती है. गुजरात में भी पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जायेगा, लेकिन स्थानीय चेहरा भूपेंद्र रजनीकांत पटेल होंगे.
भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) प्रदेश के मुख्यमंत्री तो बन गये हैं, लेकिन राज्य में डेढ़ साल से कम वक्त बचा है, चुनाव का. सो उनके सामने कई चुनौतियां भी होंगी. पाटीदार समाज (Patidar Community) को साधने के लिए भाजपा ने उनको मुख्यमंत्री बनाने का यह दांव चला है, लेकिन देखना होगा कि क्या भूपेंद्र पटेल की पाटीदार समाज में इतनी गहरी पैठ और स्वीकार्यता है कि वह चुनाव जिता सकें. आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) के खेमे के नेता माने जाने वाले पटेल की दक्षिण गुजरात (South Gujarat) और सौराष्ट्र (Sourashtra) में पकड़ मजबूत नहीं बतायी जाती.
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की डिग्री रखने वाले भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) कड़वा पाटीदार (Kadva Patidar) समाज से आते हैं. गुजरात के निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी (Vijay Rupani) ने कहा है कि भूपेंद्र पटेल जमीन से जुड़े नेता हैं. वह बेहद सक्षम नेता हैं. उनके नेतृत्व में वर्ष 2022 के चुनाव में भाजपा बेहतर प्रदर्शन करेगी. भाजपा अच्छी तरह से जीतेगी.
गांधीनगर स्थित भाजपा मुख्यालय श्री कल्याणम में हुई विधायक दल की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से गुजरात का नया मुख्यमंत्री चुना गया. वर्ष 2017 में भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) पहली बार विधायक चुने गये. इसके पहले वह अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकार (AUDA) के चेयरमैन रह चुके हैं. वह अहमदाबाद नगर निगम (AMC) की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन रह चुके हैं.
गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र के घाटलोडिया (Ghatlodia) विधानसभा सीट से चुने गये हैं. आनंदीबेन पटेल इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती रही हैं. आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया और उन्हें राज्यपाल बनाया गया, तो उनकी जगह पार्टी ने भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) को घाटलोडिया विधानसभा सीट से टिकट दिया. भूपेंद्र पटेल ने यहां कांग्रेस के शशिकांत पटेल को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया और पहली बार विधायक बने.
उल्लेखनीय है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब आनंदीबेन पटेल AMC स्टैंडिंग कमेटी की चेयरमैन हुआ करतीं थीं. जब आनंदीबेन पटेल को गुजरात के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गयी, तो भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) को AUDA का चेयरमैन बनाया गया था.
अहमदाबाद में जन्मे भूपेंद्र पटेल ने दुनिया के अनेक हिस्सों का दौरा किया है. उनकी पत्नी हेतलबेन गृहिणी हैं. भूपेंद्र पटेल के एक सहयोगी के अनुसार, उन्हें आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेना अच्छा लगता है और उन्हें क्रिकेट तथा बैडमिंटन पसंद हैं. गांधीनगर में भाजपा मुख्यालय श्री कमलम में नेता के चयन के लिए भाजपा विधायकों की बैठक से पहले भूपेंद्र पटेल को रविवार सुबह अपने विधानसभा क्षेत्र में पौधरोपण करते हुए देखा गया था.
Posted By: Mithilesh Jha