कौन हैं चारू सिन्हा, बनीं 4 CRPF सेक्टर की आईजी, कई आतंकी गतिविधियों को किया है फेल
आईजी चारुलता सिन्हा एक तेज-तर्रार आईपीएस है. अपने जम्मू कश्मीर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने आतंकियों के कई अभियानों को नेस्तनाबूत किया. अधिकारियों ने बताया कि दो सालों में उन्होंने करीब 69 उग्रवाद विरोधी अभियानों में बल का नेतृत्व किया.
आईपीएस अधिकारी चारू सिन्हा का जम्मू कश्मीर से स्थानांतरण हो गया है. उन्हें हैदराबाद में अर्धसैनिक बल के दक्षिणी क्षेत्र में अपने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF, सीआरपीएफ) के चार क्षेत्रों का महानिरीक्षक (IG, आईजी) बनाया गया है. इसकी के साथ चारू सीआरपीएफ के आईजी के रूप में सेवा देने वाली देश की पहली महिला अधिकारी बन गईं हैं. हैदराबाद से पहले चारू जम्मू-कश्मीर में सेवा दे रही थीं.
आईजी के रूप में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी: गौरतलब है कि इससे पहले चारू सिन्हा जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में तैनात थी. सितंबर 2020 में यहां उनकी पोस्टिंग हुई थी. चारू सिन्हा श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ आईजी के रूप में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी भी थीं. करीब ढाई साल सेवा देने के बाद उनका तबादला हैदराबाद किया गया है. यहां भी उन्हें आईजी का पद मिला है.
तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी हैं चारू: आईजी चारुलता सिन्हा एक तेज-तर्रार आईपीएस है. अपने जम्मू कश्मीर पोस्टिंग के दौरान उन्होंने आतंकियों के कई अभियानों को नेस्तनाबूत किया. अधिकारियों ने बताया कि दो सालों में उन्होंने करीब 69 उग्रवाद विरोधी अभियानों में बल का नेतृत्व किया. इन अभियानों में उन्होंने कम से कम 21 आतंकवादियों को ढेर किया है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के बडगाम, श्रीनगर और गांदरबल जिलों में लगभग 22000 सीआरपीएफ कर्मियों की 22 बटालियनों की कमान संभाली.
1996 बैच की अधिकारी हैं चारू: चारू सिन्हा 1996 बैच की भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी है. अपने सेवा में उन्होंने बिहार क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियानों में भी शामिल थीं. उन्होंने 2022 में कोविड-19 महामारी के बाद दो साल में पहली बार आयोजित अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की देखरेख की थी.