कौन हैं दिल्ली की नयी मेयर शैली ओबेरॉय, जानें इनके बारे में सबकुछ
आम आदमी पार्टी की नेता शैली ओबेरॉय पेशे से प्रोफेसर हैं. पीएचडी कर चुकीं शैली दिल्ली के पटेल विधानसभा क्षेत्र में आने वाले वॉर्ड नंबर 86 से पाषर्द चुनी गयीं हैं. 39 वर्षीय शैली भारतीय वाणिज्य संघ (आईसीए) के आजीवन सदस्य हैं.
दिल्ली मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा है. आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) बीजेपी की रेखा गुप्ता को हराकर दिल्ली की नयी मेयर बनीं. शैली ओबेरॉय को 150 वोट मिले. भाजपा की हार पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया और लिखा गुंडे हार गये और जनता जीत गयी. उन्होंने कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी. बहरहाल शैली ओबेरॉय की जीत के बाद सभी उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने में लगे हैं. तो आइये हम आपको बताते हैं कि शैली ओबेरॉय कौन हैं.
पेशे से प्रोफेसर हैं शैली ओबेरॉय
आम आदमी पार्टी की नेता शैली ओबेरॉय पेशे से प्रोफेसर हैं. PHD कर चुकीं शैली दिल्ली के पटेल विधानसभा क्षेत्र में आने वाले वॉर्ड नंबर 86 से पाषर्द चुनी गयीं हैं. 39 वर्षीय शैली भारतीय वाणिज्य संघ (आईसीए) के आजीवन सदस्य हैं. उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की.
2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं शैली ओबेरॉय
दिल्ली की नयी मेयर शैली ओबेरॉय 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ी थीं. उन्हें आप ने महिला विंग की उपाध्यक्ष बनाया गया था. शैली ओबेरॉय हिमाचल प्रदेश से कॉमर्स से स्नातकोत्तर की हैं. उन्हें कई सम्मेलनों में पुरस्कृत भी किया गया है.
#WATCH | Aam Aadmi Party's Shelly Oberoi elected as the new mayor of Delhi. pic.twitter.com/wAd8WNUFwx
— ANI (@ANI) February 22, 2023
बीजेपी की दीपाली कपूर को हराकर बनीं पार्षद
शैली ओबेरॉय ने पिछले साल 4 दिसंबर को हुए एमएसीडी चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार दीपाली कपूर को हराकर पार्षद बनीं थीं. शैली ओबेरॉय ने 296 वोटों से चुनाव में जीत दर्ज की थी.
एमसीडी चुनाव में आम की हुई बड़ी जीत
गौरतलब है कि पिछले साल 4 दिसंबर को हुए एमसीडी चुनाव में आप ने 134 वार्डों में जीत हासिल की थी और नगर निकाय पर भाजपा के 15 साल पुराने शासन को समाप्त कर दिया था. भाजपा 104 वार्ड में जीत के साथ दूसरे स्थान पर रही थी. कांग्रेस ने 250 सदस्यीय निगम सदन में नौ सीट जीती थीं.