डब्ल्यूएचओ ने corona survivor को ‘जोखिम मुक्त प्रमाणपत्र’ देने से मना किया

WHO warns against idea of risk-free certificate for coronavirus survivor : कोविड-19 से संक्रमण मुक्त हो चुके लोग, जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है वे सुरक्षित हैं और दूसरी बार उनके संक्रमित होने की संभावना नहीं है, इस बात को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) नहीं मानता है. यही वजह है कि संगठन ‘जोखिम मुक्त प्रमाणपत्र' के विचार के खिलाफ है.

By Rajneesh Anand | April 25, 2020 5:49 PM

बर्लिन : कोविड-19 से संक्रमण मुक्त हो चुके लोग, जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है वे सुरक्षित हैं और दूसरी बार उनके संक्रमित होने की संभावना नहीं है, इस बात को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) नहीं मानता है. यही वजह है कि संगठन ‘जोखिम मुक्त प्रमाणपत्र’ के विचार के खिलाफ है.

वैश्विक स्वास्थ्य संस्था ने यह भी कहा है कि अभी ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि एक बार स्वस्थ होने के बाद यह बीमारी किसी को दोबारा नहीं हो सकती है. डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को कहा कि इस बारे में और अधिक शोध की जरूरत है. वैश्विक स्वास्थ्य संस्था ने कहा कि महामारी के दौरान अभी इस प्रमाणपत्र के कारगर होने के बारे में पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं.

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि जो लोग ऐसा मान रहे हैं कि दोबारा संक्रमित होने के खिलाफ उनके शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो गयी है, वे जन स्वास्थ्य परामर्श की अनदेखी कर सकते हैं और इस तरह के प्रमाणपत्र वायरस का संक्रमण जारी रहने का खतरा बढ़ा सकता है. वैश्विक संस्था ने कहा कि एंटीबॉडी की जांच को और अधिक कारगर करने की जरूरत है, ताकि वह सटीक एवं विश्वसनीय हो.

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