कौन बनेगा असम का मुख्यमंत्री आज होगा फैसला- हिमंत बन सकते हैं सीएम, सोनोवाल की केंद्र में वापसी संभव
खबरों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी हिमंत बिसवा शर्मा पर दांव खेलने का मन बना रही है. विधाक दल की बैठक के बाद पार्टी अपना फैसला सबके सामने रखेगी. असम में राज्य की राजनीति में अहम भूमिका निभाने से पहले सर्वानंद सोनोवाल केंद्र में थे. उन्हें खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी, ऐसी चर्चा है कि उन्हें दोबारा केंद्र की राजनीति में शामिल किया जा सकता है.
आज गुवाहाटी में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में ही विधायक दल का नेता चुना जायेगा. इसके साथ ही असम की राजनीति में अहम भूमिका कौन निभायेगा यह स्पष्ट हो जायेगा.
सूत्रों से मिल रही खबरों की मानें तो भारतीय जनता पार्टी हिमंत बिसवा शर्मा पर दांव खेलने का मन बना रही है. विधाक दल की बैठक के बाद पार्टी अपना फैसला सबके सामने रखेगी. असम में राज्य की राजनीति में अहम भूमिका निभाने से पहले सर्वानंद सोनोवाल केंद्र में थे. उन्हें खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी, ऐसी चर्चा है कि उन्हें दोबारा केंद्र की राजनीति में शामिल किया जा सकता है.
भाजपा हिमंत बिस्वा सरमा पर इसलिए दांव खेल सकती है क्योंकि यह दूसरी बार है जब भाजपा असम में सत्ता पर काबिज हुई है. इस चुनाव में इनकी भूमिका अहम मानी जा रही है क्योंकि पार्टी ने मौजूदा मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव नहीं लड़ा. हिमंत बिस्वा सरमा पर ज्यादा भरोसा जताया. चुनाव के दौरान भी उनकी भूमिका अहम थी. हिमंत बिस्वा का नाम केंद्रीय नेतृत्व के आगे रखा गया है.
असम में क्या है चुनावी गणित
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असम में आये चुनावी परिणाम के बाद वहां के गणित को समझने की कोशिश करें तो यहां भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए को 60 सीटें मिली है जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 29 सीटें,इसके अलावा एआईयूडीएफ ने 16 सीटों पर कब्जा किया है. एजीपी को 9, बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट को 4, सीपीआई(एम) को एक सीट मिली है साथ ही इस चुनावी परिणाम में निर्दलीय को 1 लिबरल को 6 सीटें मिल गयी है.