Assembly Election 2023: त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. अब से कुछ ही देर में विधानसभा चुनाव की तारीखें तय की जाएंगी. खबरों की माने तो चुवाव की तिथि का फैसला इलेक्शन कमीशन द्वारा आज दोपहर 2:30 बजे किया जाने वाला है. बता दें इस समय त्रिपुरा में भाजपा की सरकार, मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी और वहीं नगालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार मौजूद हैं. आज हम आपको बताने वाले हैं कि 2018 विधानसभी चुनावों के दौरानइन तीनों ही पार्टियों का प्रदर्शन कैसा रहा था.
भाजपा ने साल 2018 में त्रिपुरा में सत्तारूढ़ माणिक सरकार को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. राज्य की 60 में भाजपा ने वहां कुल 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी. भाजपा के लिए यह एक मील का पत्थर साबित हुआ. यहां सीट जीतने के लिए भाजपा को शून्य से शिखर तक का सफर तय करना पड़ा था. इस चुनाव में भाजपा ने आईपीएफटी के साथ मिलकर कुल 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सीपीएम को केवल 16 सीटों पर ही जीत मिल सकी थी.
मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर चुनाव किये गए थे। चुनाव के नतीजे आने के बाद पता चला कि यहां सत्तारूढ़ कांग्रेस यहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. लेकिन, उसके पास बहुमत नहीं थी. 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 21 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. वहीं दूसरी तरफ एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) दूसरी बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी, एनपीपी के खाते में 19 सीटें थीं और दूसरी तरफ बीजेपी को 2 सीटों पर ही जीत मिल सकी, इस चुनाव में यूडीपी को 6 सीटें और अन्य पार्टियों के खाते में 11 सीटें आयी थी.
नागालैंड में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन किया था और सरकार बनाने का दावा भी कर रही थी. बीजेपी ने बताया था कि जेडीयू के समर्थन से वह सरकार बनाएगी और इस मामले में जेडीयू ने समर्थन की चिट्ठी सौंप दी थी. जानकारी के लिए बता दें नगालैंड में कुल 60 सीटें थी और बीजेपी ने यहां एनडीपीपी के साथ गंठबंधन किया था. राज्य में भाजपा और एनडीपी ने मिलकर 27 सीटों पर कब्जा किया था.