बढ़ते कोरोना संक्रमण की बीच रेमडेसिविर की कालाबाजारी भी बढ़ने लगी है. अपनी तय कीमत से दो गुना तीन गुना नहीं 1000 गुना ज्यादा कीमत पर बेची जा रही है. इस दवा को लेकर कालाबाजारी जोरों पर है. मुंबई की क्राइम ब्रांच ने छापेमारी में 272 रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किया है. इसका इस्तेमाल कालाबाजारी में किया जाना था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
Maharashtra: Crime Branch of Mumbai Police recovered 272 Remdesivir injections that were kept at a shop in Andheri for black marketing. Two persons have been arrested.
— ANI (@ANI) April 9, 2021
इस दवा की बढ़ती मांग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आजतक में चल रही एक खबर के अनुसार रेमडेसिविर की एक खुराक की कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये तक हो गयी है. इस दवा के कई जगहों पर लंबी- लंबी लाइन लगी है तो कई जगहों पर बहुत ज्यादा पैसे खर्च करके लोग ब्लैक में खरीद रहे हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार इस दवा की मांग 28 मार्च से 50 गुना बढ़ी है. भारत में सात ऐसी कंपनियां हैं जो इस दवा को बनाती है और कंपनियों ने अधिक उत्पादन का आदेश दे दिया है. बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को लेकर इस दवा की डिमांड बढ़ रही है लेकिन इसकी सप्लाई उतनी नहीं हो पा रही है. ऐसे में कई दवा दुकानदार इसकी कालाबाजी कर रहे हैं. सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं देश के कई राज्यों में इस दवा की किल्लत है.
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देश के कई राज्यों से रेमडेसिविर के कालाबाजारी की खबरें आ रही है. मुंबई में क्राइम ब्रांच ने दो लोगों को गिरफ्तार किया तो कई राज्यों में छापेमारी जारी है. दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रेदश जैसे राज्य जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी है वहां इस दवा की किल्लत ज्यादा है.