Women and Child Development: वन स्टॉप सेंटर से 10 लाख से अधिक महिलाओं को मिली सहायता 

दिसंबर 2024 तक देश भर में 802 वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) से 31 अक्टूबर, 2024 तक 10.12 लाख से अधिक महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है. वहीं देश भर में 404 शक्ति सदन काम कर रहे हैं जहां 29,315 महिलाओं को पुनर्वास और सहायता मिली है.

By Anjani Kumar Singh | December 11, 2024 7:27 PM

Women and Child Development: वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) मिशन शक्ति के अंतर्गत चलाए जा रही संबल पहल का घटक है. जिसके तहत स्वीकृत 878 वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) में से, देश भर में 802 ओएससी चालू हैं और इनमें 31 अक्टूबर, 2024 तक 10.12 लाख से अधिक महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है. वहीं शक्ति सदन मिशन शक्ति के तहत सामर्थ्य पहल का एक घटक है. देश भर में देश भर में 404 शक्ति सदन काम कर रहे हैं और वर्तमान में 29,315 महिलाओं को सहायता और पुनर्वास दिया गया है. 

वन स्टॉप सेंटर घरेलू और सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं को हिंसा और संकट से निपटने के लिए एक ही छत के नीचे एकीकृत सहयोग और सहायता प्रदान करता है. यह जरूरतमंद महिलाओं को चिकित्सा सहायता, कानूनी सहायता और सलाह, अस्थायी आश्रय, पुलिस सहायता और मनोसामाजिक परामर्श जैसी सेवाएं प्रदान करता है. वहीं शक्ति सदन तस्करी करके लाई गई महिलाओं सहित संकटग्रस्त महिलाओं के लिए एकीकृत राहत और पुनर्वास गृह है. इसका उद्देश्य संकट की स्थिति में महिलाओं के लिए सुरक्षित और सक्षम वातावरण बनाना है, ताकि वे कठिन परिस्थितियों से बाहर आ सकें. 

प्रत्येक जिलों में एक ओएससी स्थापित करने का लक्ष्य 

ओएससी योजना आवश्यकता के आधार पर काम करती है इसलिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रत्येक जिले में कम से कम एक ओएससी स्थापित करने और उन जिलों में अतिरिक्त ओएससी स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिनमें महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर अधिक है या जिनका भौगोलिक क्षेत्र बड़ा है और जो आकांक्षी जिलों में गिने जाते हैं. राज्यसभा में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि मिशन शक्ति दिशा-निर्देशों के अनुसार, केंद्र सरकार राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को प्रति ओएससी 13 जनशक्ति संसाधनों की नियुक्ति एवं भर्ती के लिए 100 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान करती है. ओएससी योजना का समग्र कार्यान्वयन राज्य सरकारों व केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन के पास है.

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