Corona vaccination : आगामी 1 मई, 2021 से देशभर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका दिया जाएगा. ऐसे में, सोशल मीडिया एक सवाल महिलाओं को लेकर उठाया जा रहा है कि महिलाएं या फिर युवतियां पीरियड के दौरान भी कोरोना का टीका लगवा सकती हैं या नहीं? सोशल मीडिया पर यह भी कहा जा रहा है कि पीरियड के दौरान महिलाओं के शरीर में इम्यूनिटी या रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्तर कम होता है. आइए, जानते हैं कि महिलाओं और युवतियों को पीरियड के दौरान वैक्सीन लगवाने सहित कई भ्रांतियों को लेकर आईसीएमआर से जुड़े कम्यूनिटी मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ अरुण शर्मा से जानते हैं सोशल मीडिया के सवालों का जवाब…
अधिकतर लोगों द्वारा यह कहा जा रहा है कि महिलाओं को पीरियड्स के पांच दिन तक कोरोना का वैक्सीन नहीं लेना चाहिए. इस समय इम्यूनिटी कम होती है. इसका जवाब यह है कि ऐसा कुछ नहीं है. कोविड वैक्सीन लेने का महिलाओं में होने वाले पीरियड्स या महावारी से कोई लेना देना नहीं है. महिलाएं कभी भी वैक्सीन लगवा सकती हैं.
सबसे पहली बात यह है कि गर्भवती महिलाओं के लिए अभी वैक्सीन विकसित नहीं की गई है. गर्भवती महिलाएं अभी वैक्सीन नहीं लगवाएगीं. ऐसा नहीं है कि यह वैक्सीन गर्भवती महिलाओं को किसी तरह का नुकसान पहुंचाएगी, लेकिन अभी तक वैक्सीन का परीक्षण गर्भवती महिलाओं पर नहीं किया गया है. इसलिए हम वैक्सीन और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर आश्वस्त नहीं है. इसलिए अभी जो निर्देश हैं, उसके अनुसार गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन नहीं लगाना है.
बिल्कुल नहीं, गर्भवती महिलाओं की गर्भधारण करने की क्षमता पर कोरोना की वैक्सीन का किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा और न ही यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित करेगी. यह एक गलत धारण है ऐसा बिल्कुल भी नहीं है ऐसा नहीं सोचना चाहिए.
यदि किसी व्यक्ति को रक्त की जरूरत है और कोरोना की वैक्सीन लेने के बाद आपको किसी को रक्तदान करना है, तो मैं यह कहूंगा कि कोरोना की वैक्सीन का रक्तदान से कोई सीधा संबंध नहीं है. आप कब रक्तदान करना चाहते हैं. इसका वैक्सीन से कोई लेना देना नहीं है..
नहीं ऐसा कोई भी निषेध नहीं है कि आप वैक्सीन लगवाने के बाद वर्कआउट नहीं कर सकते या व्यायाम न करें. हां, एक बात का ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने की जगह पर थोड़ा दर्द हो सकता है और वहां पर थोड़ी सूजन आ सकती है. ऐसी स्थिति में जहां वैक्सीन लगी है और वहां दर्द और सूजन भी है, तो तब तक यह ठीक न हो जाएं, उस हाथ से व्यायाम करना नहीं करना चाहिए.
पीसीओएस यानि पॉलिसिस्टक ओवेरियन सिंड्रोम, लेकिन ऐसा कोई वैज्ञानिक अनुसंधान मेरी जानकारी अभी नहीं आया है. मैंने इस संबंधी शोध पत्र भी पढ़े हैं. कहीं कोई ऐसी जानकारी नहीं है, जिसमें यह कहा गया हो कि जिन्हें पीसीओएस है, उनमें वैक्सीन लगवाने से कोई नुकसान हो सकता है. ऐसी कोई रिसर्च सामने नहीं आई है, लेकिन अगर किसी को इस बात का संदेह है, तो वह पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें.
Posted by : Vishwat Sen