Women Empowerment: बजट में महिला एवं बच्चों के विकास को दी गयी प्राथमिकता
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी बजट में की गयी घोषणाओं की जानकारी देते हुए कहा कि महिला कल्याण के लिए 4.49 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है जो पिछले वर्ष के मुकाबले 37.25 फीसदी अधिक है.
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Women Empowerment: महिला उद्यमिता को बढ़ावा देते हुए बाल एवं मातृ पोषण को बढ़ाने के लिए मौजूदा बजट में कई अहम घोषणा की गयी है. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का बजट पिछले साल के मुकाबले बढ़ाया गया है. बजट में बढ़े आवंटन से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं को आगे ले जाने में मदद मिलेगी और बजट का एक बड़ा हिस्सा महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के काम आयेगा. यह बजट लैंगिक समानता और वीमेन-लेड डेवलपमेंट के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है.
मंगलवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी बजट में की गयी घोषणाओं की जानकारी देते हुए कहा कि महिला कल्याण के लिए 4.49 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है जो पिछले वर्ष के मुकाबले 37.25 फीसदी अधिक है. मंत्रालय अपने बजट का 81.79 फीसदी हिस्सा लिंग आधारित कार्यक्रमों पर खर्च किया. महिला उद्यमी भारत की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभा सकती है. ऐसे में सरकार ने महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करके और कौशल विकास को बढ़ावा देने का काम किया है.
केंद्रीय मंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड में मंत्रालय की पुरस्कार विजेता झांकी का उल्लेख करते हुए कहा कि मंत्रालय की योजनाओं के जीवन-चक्र सातत्य दृष्टिकोण को खूबसूरती से दर्शाया गया था और वीमेन-लेड डेवलपमेंट की थीम पर बल दिया गया था. उन्होंने कहा कि इस झांकी ने भारतीय महिलाओं की दृढ़ता का सम्मान किया तथा महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया.
योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना जरूरी
गणतंत्र दिवस पर मंत्रालय की झांकी में महिलाओं और बच्चों की लिए चलायी जा रही योजनाओं को दिखाया गया. इसका मकसद देश की महिलाओं और बच्चों के लिए उपलब्ध सेवाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना था. जैसे वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन (181), चाइल्ड हेल्पलाइन (1098), प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण अभियान के प्रति लोगों को अधिक से अधिक जानकारी मुहैया कराना था. झांकी में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की 10वीं वर्षगांठ और आंगनबाड़ी योजना की 50वीं वर्षगांठ जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियों को दर्शाया गया साथ ही इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, प्रौद्योगिकी और विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को भी दिखाया गया.
अन्नपूर्णा देवी ने बच्चों के कल्याण और वीमेन-लेड डेवलपमेंट के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत पोषण सहायता में वृद्धि भावी पीढ़ियों के स्वास्थ्य और कल्याण को मजबूत करने का काम करेगा. मंत्रालय महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास, पोषण सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के अपने मिशन को लेकर संकल्पित है. प्रधानमंत्री के विकसित भारत के विजन के अनुरूप महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एक स्वस्थ, सुदृढ़ और अधिक समर्थ भारत के निर्माण के अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है.