संसद के नये भवन में आज ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पेश किया गया. इस बिल को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम दिया गया है. इस बिल को कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आज लोकसभा में पेश किया. इस बिल पर बुधवार को लोकसभा में सुबह 11 बजे से चर्चा होगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बिल महिलाओं को और सशक्त करेगा. महिला आरक्षण बिल के पेश होने पर झारखंड की महिला सांसदों और विधायकों ने खुशी जताई है. पेश है उनसे प्रभात खबर की बातचीत के मुख्य अंश:-
महुआ माजी : राज्यसभा की सांसद और झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता महुआ माजी ने महिला आरक्षण विधेयक पेश किये जाने पर खुशी जताई और इस बिल को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि इस विधेयक का महिलाएं वर्षों से इंतजार कर रही थीं. मैंने खुद कई बार इस बिल को लाने के लिए राज्यसभा में आवाज उठाई थी. इस बिल से सभी पार्टियों की महिलाओं में खुशी है, लेकिन अभी जैसी सूचना आ रही है कि 2024 के चुनाव में महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा, उन्हें परिसीमन और जनगणना तक इंतजार करना होगा, इससे उनका उत्साह टूटा है. मैं यह भी कहना चाहती हूं कि इस आरक्षण का लाभ आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को भी मिले, ताकि इस आरक्षण का जो मूल उद्देश्य है यानी महिलाओं की उपस्थिति संसद में बढ़ाना वो पूरा हो सके.
अन्नपूर्णा देवी : लोकसभा में पेश किए गए महिला आरक्षण बिल को केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी ने महिलाओं के लिए सम्मान बताया है. उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक हैं. नए संसद भवन में पहला सत्र शुरू हुआ जिसमें महिला आरक्षण बिल पेश हुआ है, यह ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ का जो नारा दिया था यह बिल उसे चारितार्थ करता है. केंद्र की मोदी सरकार ने महिलाओं की शिक्षा और विकास के लिए हर द्वार को खोला है. महिला आरक्षण बिल लाकर उन्होंने महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है.
शिल्पी नेहा तिर्की : झारखंड के मांडर विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने लोकसभा में पेश किए गए महिला आरक्षण बिल का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल बहुत लंबे समय से पेंडिंग था. सिर्फ राजनीति के लोग नहीं बल्कि कई एक्टिविस्ट भी लंबे समय से इसकी मांग करते रहे हैं. सड़क से सदन तक इसकी मांग को लेकर आवाज उठाई गई. उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल बेहतर कल की शुरुआत है.
दीपिका पांडे सिंह : महागामा विधायक दीपिका पांडे सिंह ने लोकसभा में पेश किए गए महिला आरक्षण बिल को महिलाओं के साथ धोखा बताया है. उन्होंने कहा कि संसद के विशेष सत्र में जिस उम्मीद के साथ इंतजार किया उसपर केन्द्र सरकार खरा नहीं उतर सकी . उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत और नीति साफ होती तो 2024 में इसका लाभ मिलता
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रांची: बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री आशा लकड़ा ने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है. कैबिनेट की मंजूरी के बाद मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया. इस बिल का नाम नारी शक्ति वंदन अधिनियम रखा गया है. इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लंबे काल तक शासन किया, लेकिन महिलाओं को उनके अधिकार से हमेशा वंचित रखा. इस बिल के कानून बनने के बाद हमारा लोकतंत्र और मजबूत होगा. लोकसभा और देश की अन्य विधानसभाओं में हर तीसरी सांसद महिला होगी. प्रधानमंत्री के इस निर्णय से स्पष्ट हो चुका है कि महिलाओं में नेतृत्व क्षमता की कमी नहीं है, उन्हें आगे बढ़ाने की आवश्यकता है.