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World Environment Day 2020: लॉकडाउन में भी घर में रहकर ऐसे मनाएं विश्व पर्यावरण दिवस

इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण से सारी दुनिया त्रस्त है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 मार्च से देश भर में लॉकडाउन किया गया था. इसके बाद से देश भर में सड़कों पर निजी वाहनों का चलना बंद सा हो गया था. सिर्फ जरूरी सामानों की ढुलाई करने वाले वाणिज्यिक वाहनों को ही सड़क पर उतरने की इजाजत दी गयी थी. इसके साथ ही पूरे देश में निर्माण कार्य पर रोक लगी हुई थी.

इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण से सारी दुनिया त्रस्त है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 मार्च से देश भर में लॉकडाउन किया गया था. इसके बाद से देश भर में सड़कों पर निजी वाहनों का चलना बंद सा हो गया था. सिर्फ जरूरी सामानों की ढुलाई करने वाले वाणिज्यिक वाहनों को ही सड़क पर उतरने की इजाजत दी गयी थी. इसके साथ ही पूरे देश में निर्माण कार्य पर रोक लगी हुई थी.

इससे पूरे देश में प्रदूषण का स्तर काफी कम हुआ है. कोरोना लॉकडाउन की वजह से पूरा भारत जैसे थम सा गया गया था, जिसका सीधा असर प्रदूषण के स्तर पर दिख रहा है. प्रदूषण में काफी गिरावट देखी गई है.

अमेरिका स्पेस एजेंसी नासा के सेटेलाइट डाटा से पता चला है कि इन दिनों उत्तर भारत में वायु प्रदूषण 20 साल में सबसे निचले स्तर पर है. नासा ने इसके लिए वायुमंडल में मौजूद एयरोसॉल की जानकारी हासिल की। फिर ताजा आंकड़े की तुलना 2016 से 2019 के बीच खीचीं गई तस्वीरों से की.

केरोना वायरस के प्रकोप के बावजूद इस साल प्रदूषण के स्तर में जो गिरवाट देखने को मिली है, उससे इस बार का पर्यावरण दिवस हर साल से अलग होने जा रहा है. इस साल लॉकडाउन के चलते आपको पर्यावरण दिवस घर पर ही मनाना पड़ेगा. आप घर पर रहकर भी पर्यावरण दिवस मना सकते हैं. और पर्यावरण की रक्षा भी कर सकते हैं.

लॉकडाउन में घर में ही रहकर मनाएं विश्व पर्यावरण दिवस

  • कोरोना वायरस के कारण भारत के कई राज्यों में पान मसाला के प्रयोग एवं इधर उधर थूकने पर प्रतिबंध लगाया गया है. इधर उधर थूकने की आदत को हम सुधारकर भी वर्यावरण दिवस का हिस्सा बन सकते हैं.

  • पर्यावरण दिवस के मौके पर घर में एक पौधा जरूर लगाएं

  • घर की चीजों जैसे प्लासटिक, कागज, इत्यादि को रिसाइकल करके हम प्रदूषण को रोकने की कोशिश कर सकते हैं. प्लासटिक की पुरानी बोतलों को बीच से काटकर उसे हम गमले के रूप में प्रयोग में ला सकते हैं.

  • पॉलीथिन का प्रयोग बंद कर हम कपड़े के थैलों का प्रयोग कर सकते हैं.

  • फ्रिज के पानी के बजाय मटके के ठंडा पानी को पीने की आदत डालें.

  • ऐसी का प्रयोग कम नाम मात्र के बराबर करने से भी प्रदूषण को रोकने में हम मदद कर सकते हैं.

क्यों मनाया जाता है पर्यावरण दिवस

विश्व पर्यावरण दिवस हमें इस बात का एहसास दिलाता है कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए एवं हमें अपनी प्रकृति से प्रेम करना चाहिए. पेड़-पौधों को अपनी सुख सुविधाओं के लिए नष्ट नहीं करना चाहिए, बल्कि पेड़-पौधे ज्यादा से ज्यादा लगने चाहिए, ताकि हमारी धरती हरी-भरी रहे. आधुनिक समय में औद्योगिकीकरण ने कार्बन उत्सर्जन की मात्रा को कई गुणा बढ़ा दिया है. कार्बन से उत्पन्न प्रदूषण को तभी कम किया जा सकता है, जब हम खूब पेड़-पौधें लगाए. नदी, नाले, धरने इत्यादि की रक्षा करें.

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