World Food India: प्रगति मैदान में चल रहे वर्ल्ड फूड इंडिया- 2024 में हर राज्यों के खाद्य उत्पादों की प्रदर्शनी लगी है. इस आयोजन के जरिये राज्य खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने में भी जुटे हुए है. शनिवार को झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने झारखंड पवेलियन का दौरा किया और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाने के लिए वर्ल्ड फूड इंडिया की कोशिश को अच्छी पहल करार दिया. राज्यपाल ने दीप प्रज्वलन एवं भगवान बिरसा मुंडा के मूर्ति पर माल्यार्पण कर यहां लगे स्टालों का भ्रमण कर उत्पादों की जानकारी ली. उन्होंने झारखंड के परंपरागत फूड्स की सराहना की और कहा कि राज्य के श्रीअन्न मडुआ (रागी) एवं अन्य परंपरागत खाद्य से बने उत्पादों की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. ऐसे उत्पादों की मांग विदेश से हो रही. इस दौरान केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान भी मौजूद रहे. पासवान ने कहा कि झारखंड में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में काफी संभावना है. राज्य के परंपरागत खाद्य पदार्थ से बने उत्पाद लोगों को आकर्षित कर रहा है.
झारखंड में निवेश को उत्सुक हैं कंपनियां
झारखंड पवेलियन में आने वाले कंपनियों के प्रतिनिधियों ने झारखंड में निवेश को लेकर काफी दिलचस्पी दिखा रही है. झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के निदेशक सुशांत गौरव ने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में झारखंड में निवेश के लिए 30 से अधिक कंपनियों ने निवेश की इच्छा जतायी है और इससे राज्य में में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में लगभग 1000 करोड़ की निवेश की संभावना है. साथ ही निवेश से तकनीकी आदान-प्रदान और सहभागिता भी बढ़ेगी और हजारों लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे. इसकी सहायता से सेल्फ हेल्प ग्रुप और एफपीओ सुदृढ़ होंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी.
झारखंड में निवेश की इच्छा जताने वाली कंपनियों में अमूल, एफसपीओ बगीना, सविष्णु हरि हरि बोल, विस्ता फूड, फूड चेन, आईडी सांझ, आयस्टो एनर्जी, बाडगो, होरिका एक्स्पो, कांजी मंजरी प्योर ऑर्गेनिक फूड, बजाज फूड्स, हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड रामांजलि ऑर्गेनिक, लीगल किचेन फूड्स लिमिटेड, कलमा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, टेंजेंट ओवरसीज, इनोवेटिव फूड्स, प्रो एग्रो , प्राइम फूड्स, जे एम गाउरमेट प्रमुख हैं.