भारतीय रेलवे द्वारा मणिपुर में दुनिया का सबसे लंबा रेलवे ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है. यह ब्रिज इंफाल रेलवे परियोजना का हिस्सा है. बता दें कि इस रेलवे ब्रिज को यूरोप के मोंटेनेग्रो में बने 139 मीटर माला रिजेका वायडक्ट के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए बनाया जा रहा है. वहीं, जम्मू कश्मीर में बन रहे चीनाब रेलवे ब्रिज से भी इसकी ऊंचाई अधिक है.
मणिपुर नोनी रेलवे ब्रिज | twitter
मणिपुर के नोनी पहाड़ी घाटी में बन रहे रेलवे ब्रिज की ऊंचाई 141 मीटर यानी की 35 मंजिला इमारत के बराबर है. वहीं बताया जा रहा है कि इस परियोजना के पूरा होने से 111 किमी की दूरी 2 घंटे के समय में तय हो सकेगी. इसके साथ ही यह दुनिया का सबसे लंबा पुल भी बन जाएगा.
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रेल मंत्रालय ने ब्रिज के संबंध में बताया कि ब्रिज की लंबाई 703 मीटर होगी. साथ ही ब्रिज के खंबों का निर्माण हाइड्रोलिक ऑगर्स का इस्तेमाल कर किया जा रहा है. बता दें कि कुतुब मीनार से दोगुने ऊंचे पियर्स बनाने के लिए, भारतीय रेलवे कुशल और निरंतर निर्माण सुनिश्चित करने के लिए स्लिप-फॉर्म तकनीक का उपयोग कर रहा है.
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नोनी रेलवे ब्रिज के निर्माण होने से पूर्वोत्तर राज्यों के सभी राजधानी को रेलवे के माध्यम से जोड़ा जाना है. वहीं, ब्रिज निर्माण से स्थानीय लोगों को काफी राहत भी मिलेगी. जीरीबाम इम्फाल रेलवे परियोजना के तहत बन रहे इस ब्रिज से 10 से 12 घंटे का सफर बस 2 से 3 घंटे के अंदर पूरा किया जा सकेगा.
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रेल लाइन खड़ी लुढ़कती पहाड़ियों से गुजरती है जो हिमालय के पूर्वी मार्ग की एक विशिष्ट भौगोलिक विशेषता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोनी ब्रिज का निर्माण 374 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से किया जा रहा है.
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भारत सरकार द्वारा ब्रिज निर्माण के लिए बजर जारी की जा चुकी है. नोनी ब्रिज का निर्माण 2022 तक पूरा किया जना है, लेकिन इस ब्रिज पर रेल का परिचालन 2023 तक होने की संभावना है. मालूम हो इस परियोजना को 2008 में शुरू किया गया था.
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