Y Joykumar Singh Manipur uripoke Election Results 2022: वाई जयकुमार सिंह नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के टिकट पर उरीपोक से चुनाव लड़े. 68 साल के वाई जयकुमार सिंह (Y Joykumar Singh) स्वच्छ छवि के नेता हैं. उनके खिलाफ एक भी केस दर्ज नहीं है. पोस्ट ग्रेजुएट तक की पढ़ाई करने वाले श्री सिंह अब फुलटाइम पॉलिटीशियन हैं. उनके पास 5.05 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में वह उपमुख्यमंत्री बने.
एन बीरेन सिंह से मतभेद के बाद दे दिया था इस्तीफा: हालांकि, बाद में भाजपा सरकार के साथ उनके मतभेद हुए और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन बाद में पूर्वोत्तर के कद्दावर भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्व सरमा ने पहल करके उन्हें मनाया. केंद्रीय नेतृत्व के साथ उनकी बात करायी और बाद में एनपीपी (National People’s Party) के नेता वाई जयकुमार सिंह फिर से भाजपा की सरकार का हिस्सा बने.
मान-मनव्वल के बाद दी गयी बड़ी जिम्मेदारियां: इस बार उन्हें वित्त, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के साथ-साथ इकॉनोमिक्स एंड स्टैटिक्स जैसे अहम विभाग सौंपा गया. बता दें कि राज्य की भाजपा नीत सरकार से एनपीपी के सभी 4 मंत्रियों वाई जयकुमार, आदिवासी व पर्वतीय क्षेत्र विकास मंत्री एन कयिशी, युवा व खेल मंत्री लेटपाओ हाओकिप, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री एल जयंत कुमार सिंह ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद मणिपुर में राजनीतिक संकट गहरा गया था. हालांकि, बाद में भाजपा की सरकार बच गयी थी.
एनपीपी के सभी नेताओं ने दे दिया था इस्तीफा: एनपीपी के 4 लोगों के साथ-साथ 5 अन्य विधायक भी भाजपा से छिटक गये थे. इन विधायकों नेआरोप लगाया था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. उस वक्त पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (NEDA) के संयोजक हिमंता विस्व सरमा ने हस्तक्षेप किया और वाई जयकुमार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से दिल्ली में मिलवाया. तब जाकर मामला शांत हुआ और बीजेपी की सरकार बची.
लाईशराम को पराजित किया था जयकुमार ने: बता दें कि NPEP के नेता वाई जयकुमार सिंह ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लाईशराम नंदकुमार सिंह को पराजित किया था. वाई जयकुमार को 6,469 वोट मिले थे, जबकि लाईशराम नंदकुमार को 6,124 वोट हासिल हुए ते. वाई जयकुमार ने लाईशराम को 345 वोटों के अंतर से पराजित किया था.
Posted by: Mithilesh Jha and Pritish Sahay