योग गुरू रामदेव ने कहा-मैंने पहले ही माफी मांग ली है, मेरी टिप्पणी समर्पित डॉक्टरों पर नहीं थी, मेडिकल एसोसिएशन के नोटिस को लेकर कही ये बात
योग गुरू बाबा रामदेव ने फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के कानूनी नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि इस नोटिस में कुछ योग्यता नहीं है. यह नोटिस अधूरी जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है. मेरे जिस वीडियो इंटरव्यू के आधार पर इसे भेजा गया है वह एक घंटे का था, उसे पूरा नहीं सुना गया है और उसके कुछ हिस्सों के आधार पर यह नोटिस भेजा गया है. बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था उसे गलत तरीके से पेश किया गया है.
योग गुरू बाबा रामदेव ने फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन के कानूनी नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि इस नोटिस में कुछ योग्यता नहीं है. यह नोटिस अधूरी जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है. मेरे जिस वीडियो इंटरव्यू के आधार पर इसे भेजा गया है वह एक घंटे का था, उसे पूरा नहीं सुना गया है और उसके कुछ हिस्सों के आधार पर यह नोटिस भेजा गया है. बाबा रामदेव ने कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था उसे गलत तरीके से पेश किया गया है.
बाबा रामदेव ने कहा कि मेरा किसी चिकित्सा पद्धति से कोई विरोध नहीं है, मैंने प्रयोगात्मक चिकित्सा पद्धति पर सवाल उठाये थे. उन्होंने कहा कि सिर्फ मैंने नहीं कई डॉक्टरों ने भी इस तरह की चिकित्सा पर सवाल उठाये हैं और चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रयोगात्मक चिकित्सा पद्धति को कोरोना के उपचार के प्रोटोकॉल से भी हटा दिया गया है.
योग गुरू ने अपने जवाब में कहा कि एसोसिएशन का नोटिस अधूरी जानकारियों पर केंद्रित है और इसमें कुछ भी ऐसा नहीं जिसपर गौर किया जाये, आपको अपना नोटिस वापस ले लेना चाहिए. गौरतलब है कि बाबा रामदेव ने एलोपैथ पर कुछ आपत्तिजनक कमेंट किया था, जिसके बाद उनका पूरे देश में विरोध हुआ था.
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी उनसे पत्र लिखकर माफी मांगने को कहा था, जिसके बाद उन्होंने तुरंत माफी भी मांग ली थी और यह कहा था मैं किसी समर्पित डॉक्टर या हेल्थ वर्कर पर कमेंट नहीं कर रहा था, बल्कि उनलोगों पर प्रतिक्रिया दे रहा था जो प्रयोगात्मक इलाज करते हैं जिससे मरीज को नुकसान होता है.
Posted By : Rajneesh Anand