संयुक्त किसान मोरचा ने योगेन्द्र यादव को निलंबित किया, पहुंचे थे भाजपा कार्यकर्ता के घर
मोर्चा केन्द्र के तीन नये विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है. एक वरिष्ठ किसान नेता ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में इस आशय का फैसला लिया गया.
किसान आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे योगेन्द्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने निलंबित कर दिया है. लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए एक भाजपा कार्यकर्ता के घर गये थे जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव को बृहस्पतिवार को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया. यादव संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की कोर समिति के सदस्य रहे हैं.
मोर्चा केन्द्र के तीन नये विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है. एक वरिष्ठ किसान नेता ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में इस आशय का फैसला लिया गया.
किसान नेता ने कहा, ‘‘अपनी बैठक में एसकेएम ने योगेन्द्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया क्योंकि वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (घटना) में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से मिलने गए थे.” उन्होंने कहा, ‘‘वह (यादव) संयुक्त किसान मोर्चा की बैठकों और अन्य गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकते हैं.”
यादव ने बृहस्पतिवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चा की आम सभा में हिस्सा लिया था. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे. उनमें से चार किसान थे जिन्हें कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर जा रहे वाहन ने कुचल दिया था.
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घटना से गुस्साए किसानों ने वाहनों में सवार कुछ लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. घटना में भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ता और उनका ड्राइवर भी मारे गए थे