योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज से शुरू किया मुफ्त राशन वितरण

कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच देश में 21 दिन के लॉकडाउन में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हर वर्ग के साथ सूबे के गरीबों के प्रति भी बेहद संवेदनशील है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 2, 2020 1:53 AM
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लखनऊ : कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच देश में 21 दिन के लॉकडाउन में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार हर वर्ग के साथ सूबे के गरीबों के प्रति भी बेहद संवेदनशील है. इन गरीब व मजदूरों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के बाद सरकार ने बुधवार को मजदूरों और गरीबों को मुफ्त वितरण शुरू कर दिया है. गांव के साथ ही शहरों में राशन लेने वालों की कतार लगी हैं. राशन वितरण के लिए प्रत्येक उचित दर की दुकान के लिए जिलाधिकारी की ओर से नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गयी है. नोडल अधिकारी और ग्राम प्रधान की मौजूदगी में उचित दर विक्रेता राशन वितरण करायेंगे.योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन से प्रभावित ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के मजदूरों और गरीबों को आज से मुफ्त राशन वितरण शुरू कर रही है. इससे पहले योगी आदित्यनाथ सरकार करोड़ों मजदूरों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेज चुकी है. लॉकडाउन से प्रभावित प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 1.65 करोड़ से ज्यादा मजदूरों को सरकार की ओर से पहली अप्रैल से खाद्य एवं रसद विभाग मुफ्त राशन वितरण शुरू करेगा. उत्तर प्रदेश में अंत्योदय योजना और मनरेगा के दायरे में आने वाले मजदूर जो श्रम विभाग में पंजीकृत है. इसके अलावा निर्माण श्रमिकों और शहरी क्षेत्र के राशन कार्डधारक दिहाड़ी मजदूरों को योगी आदित्यनाथ सरकार मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठाया है.प्रदेश के बाकी राशक कार्ड धारकों को पहले की तरह तीन रुपये प्रति किलो चावल और दो रुपये प्रति किलो गेहूं दिया जायेगा.

हालांकि, कोरोना के चलते किये गये लॉकडाउन की वजह से केंद्र सरकार की ओर से सभी राशन कार्डधारकों को 15 अप्रैल से फ्री खाद्यान्न दिया जायेगा. इस तरह अगले तीन माह तक हर महीने दो बार अनाज बांटे जाने की योजना है. अब हर महीने की पहली तारीख से पहले की तरह से सशुल्क और 15 तारीख से प्रति व्यक्ति पांच किलो खाद्यान्न बंटेगा. इस तरह से महीने में दो बार राशन दिया जायेगा.कोरोना से बचाव के लिए घोषित लॉकडाउन के कारण आर्थिक और व्यावसायिक गतिविधियां ठप हो गयी हैं. इससे मजदूर वर्ग के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलान किया था कि अंत्योदय योजना और मनरेगा के दायरे में आने वाले मजदूरों, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और शहरी क्षेत्र के राशन कार्डधारक दिहाड़ी मजदूरों को राज्य सरकार नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करायेगी. इसी क्रम में राज्य सरकार की ओर से मजदूरों को बुधवार से निश्शुल्क खाद्यान्न वितरण शुरू होगा. बाकी कार्ड धारकों को पहले की तरह तीन रुपये प्रति किलो चावल और दो रुपये प्रति किलो गेहूं दिया जायेगा.दूसरी ओर केंद्र सरकार की ओर से सभी राशन कार्डधारकों को 15 अप्रैल से निश्शुल्क खाद्यान्न दिया जायेगा. इस तरह अगले तीन माह तक हर महीने दो बार अनाज बांटा जायेगा. हर महीने की पहली तारीख से पहले की तरह से सशुल्क और 15 तारीख से प्रति यूनिट पांच किलो निश्शुल्क खाद्यान्न बंटेगा.सैनिटाइजर तथा साबुन की भी व्यवस्थाअनाज वितरण के दौरान हर मजदूर के हाथ साफ कराने के लिए सैनिटाइजर या साबुन और पानी की व्यवस्था की जायेगी. इसके साथ ही अनाज वितरण के दौरान हर मजदूर के हाथ साफ कराने के लिए सैनिटाइजर या साबुन और पानी की व्यवस्था कोटेदार को करने के लिए आदेश दिया गया है.

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