भगवान शिव के वेश में महंगाई का विरोध करना युवक को पड़ा भारी, धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में गिरफ्तार

असम में एक युवक ने भगवान शिव का वेश धारण कर ईंधन की बढ़ती कीमतों और बेरोगजारी का विरोध किया. इस संबंध में पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार कर लिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2022 7:00 PM

असम के नगांव में भगवान शिव का रोल प्ले करने पर एक युवका को गिरफ्तार किया गया. मामला नगांव जिले का है. युवक पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है. जानाकारी के अनुसार युवक ने भगवान शिव के वेश में ईंधन की बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी का विरोध बीच सड़क पर कर रहा था. इस बीच पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार कर लिया.


भाजपा कार्यक्रता ने दर्ज कराया मामला

भाजपा कार्यकर्ता राजा पारीक ने बताया कि दो लोग भगवान शिव और देवी पार्वती के रूप में कपड़े पहने विरोध कर रहें थे. जिससे धार्मिक भावनाओं को आहत हुई. उन्होंने कहा, अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो बैठ कर आराम से कर सकते थे. लेकिन उन्होंने देवताओं का रूप धारन कर विरोध किया. जो गलत है. ऐसे कृत्य का हम समर्थन नहीं करते हैं.

सीएम ने ट्वीट कर दी प्रतिक्रिया 

इधर, मामले को तुल पकड़ते ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा कि, ऐसे कपड़े पहनना कोई अपराध नहीं है. जब तक आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाता है, तब तक ये अपराध नहीं है. नगांव पुलिस को उचित आदेश किया गया है. इससे पहले सदर थाना प्रभारी मनोज राजवंशी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए भगवान शिव के वेश में एक आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा. 2 अन्य लोग अभी संदेह के घेरे में हैं, जिन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. जांच चल रही है.


आरोपी को पुलिस ने नोटिस देकर किया रिहा

एएनआई के अनुसार भगवान शिव का रोल प्ले करने वाले युवक को जमानत मिल गई है. नगांव एसपी लीना डोले ने बताया कि आरोपी को जमानत मिल गई है. उन्हें नोटिस देकर रिहा कर दिया गया है. भगवान शिव का वेश धारण करने वाले युवक का नाम विरिंची बोरा और पार्वती का रोल प्ले करने वाली युवती का नाम करिश्मा बताया जा रहा है.

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धार्मिक संगठनों ने किया विरोध 

भगवान का वेश धारण करने पर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने विरोध दर्ज कराया है. दोनों संगठनों ने बताया कि यह हिंदू सनातन धर्म के साथ खिलवाड़ है, वे किसी और तरह से भी विरोध प्रदर्शन कर सकते थे. भगवान का वेश धारण कर विरोध करना बिल्कुल गलत है.

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