आर्टिकल 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाये जाने के बाद से यहां विकास कार्यों को और भी अधिक तेजी दी गयी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि अगले दो साल में केंद्र सरकार लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में विकास को नयी दिशा देगी, जो सबको दिखाई देगा.
पीटीआई न्यूज के अनुसार नितिन गडकरी ने बताया कि सिर्फ लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में सुरंगों पर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किया जा रहा है. उन्होंने निर्माणाधीन जोजिला सुरंग का निरीक्षण किया और कहा कि जब यह सुरंग बनकर तैयार हो जायेगा तो यह सुरंग लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के लिए आर्थिक गलियारा साबित होगा.
नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया कि विकास कार्यों को धन के कारण कोई परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी वह सहजता से उपलब्ध होगी, उन्हें बस जमीन अधिग्रहण के लिए सहयोग की आवश्यकता है.
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जोजिला सुरंग को एशिया की सबसे लंबी सुरंग माना जाता है. जोजिला में सुरंग निर्माण कार्य बहुत कठिन है, बावजूद इसके इस सुरंग का निर्माण कार्य 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है. जोजिला सुरंग का निर्माण इसलिए किया जा रहा है ताकि लद्दाख को पूरे साल देश से जोड़कर रखा जाये. यह सुरंग जोजिला दर्रा जोकि 11578 फीट की ऊंचाई पर श्रीनगर-कारगिल-लेह हाइवे पर स्थित है, उसके नीचे बनाया जा रहा है. सर्दियों में जोजिला दर्रा बंद हो जाता है, जिसकी वजह से लद्दाख पूरे देश से कट जाता है, लेकिन जोजिला सुरंग बन जाने से यह स्थिति उत्पन्न नहीं होगी.
वर्ष 2005 में इसके निर्माण की योजना बनी, उसके बाद 2013 में इसे कैबिनेट से मंजूरी मिली. 2018 में पीएम नरेंद्र मोदी ने इसकी नींव रखी. यह सुरंग 14.15 किमी लंबी है. सुरंग के बन जाने से श्रीनगर से लेह के बीच दूरी कम हो जायेगी और मात्र 15 मिनट में यह सफर तय कर लिया जायेगा. यह सुरंग पूरे साल चालू रहेगी.
Posted By : Rajneesh Anand